img

यूपी किरण डेस्क। जम्मू-कश्मीर के 8वीं सदी के प्राचीन मार्तंड सूर्य मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इस संबंध में एक अप्रैल को जम्मू में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। इसकी जानकारी जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से जारी एक अधिसूचना में दी गई है। इतिहासकारों के मुताबिक़ मार्तंड सूर्य मंदिर को सुल्तान सिकंदर शाह मीरी के आदेश के बाद धस्त कर दिया गया था।

जम्मू-कश्मीर सरकार की अधिसूचना के मुताबिक़ संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव ने अनंतनाग में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में प्राचीन मार्तंड सूर्य मंदिर के जीर्णोद्धार, परिसर में सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड की मूर्ति की स्थापना और राज्य के प्राचीन मंदिरों की सुरक्षा, संरक्षण एवं पुनर्स्थापना के संबंध में विमर्श होगा।

इतिहासकारों के मुताबिक मार्तंड मंदिर भारत के सूर्य मंदिरों में प्राचीनतम एवं अमूल्य आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। इस मंदिर का निर्माण हिंदू राजा ललितादित्य मुक्तपद ने 8वीं शताब्दी में कराया था। मार्तंड मंदिर एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारक है। मुस्लिम काल में मार्तंड सूर्य मंदिर को सुल्तान सिकंदर शाह मिरी के आदेश पर ध्वस्त कर दिया गया था।

ललितादित्य कर्कोटा वंश के थे। सातवीं एवं आठवीं शताब्दी में कश्मीर में कर्कोटा वंश का शासन था। इस राजवंश का उल्लेख महाकवि कल्हण के महाकाव्य राजतरंगिणी में मिलता है। बताते चलें कि हाल ही में अनंतनाग के सूर्य मंदिर परिसर में स्थित राम मंदिर में अयोध्या से आए कलश को स्थापित किया गया।  

--Advertisement--