Kedarnath by-election: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने BJP के भीतर के अंतर्विरोधों को उजागर करते हुए कहा है कि पार्टी दो धड़ों में बंटी हुई है। एक धड़ा चुनावी अवसर को भुनाने का प्रयास कर रहा है, जबकि दूसरा धड़ा अपनी स्थिति बचाने की कोशिश में है। रावत का मानना है कि यह अंदरूनी कलह केदारनाथ उपचुनाव में कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित होगी।
उन्होंने BJP पर आरोप लगाया कि उसने केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज के अधिकारों का हनन किया है और मंदिर के स्वरूप को बिगाड़ने का काम किया है। रावत ने कहा कि BJP ने गर्भगृह में चांदी की परत हटाकर सोने का लेप लगाया, जिससे मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची है।
हरीश ने उपचुनाव में उम्मीदवार की महत्वता पर जोर देते हुए कहा कि उम्मीदवार को केवल चुनावी नहीं, बल्कि केदारनाथ की प्रतिष्ठा के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने अपनी भूमिका को सीमित बताते हुए कहा कि वह शारीरिक रूप से उतने सक्षम नहीं हैं, लेकिन क्षेत्र में जाकर प्रचार में योगदान देंगे।
इस उपचुनाव में कांग्रेस के गणेश गोदियाल को आगे रखने की योजना है, क्योंकि उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में शानदार संघर्ष किया था। रावत ने अन्य वरिष्ठ नेताओं जैसे यशपाल आर्य, प्रीतम सिंह और करन माहरा को भी प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया है।
इस प्रकार, हरीश रावत का यह बयान कांग्रेस के लिए एकजुटता और BJP के अंतर्विरोधों का लाभ उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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