हेल्थ डेस्क। कभी-कभी अच्छा खानपान न रहने की वजह से हमरा संतुलन बिगड़ जाता हैं और बदलते लाइफस्टाइल की वजह से और भी ख़राब होता जा रहा हैं। बदलाव की वजह से हम विटामिन डी का सेवन कम कर रहे हैं और धूप विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत है, लेकिन हमारी लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि हम ज्यादा से ज्यादा समय बंद कमरों में AC में गुजारते हैं।
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए जरूरी विटामिन है, जिसकी 90 फीसदी प्राप्ति हम धूप से करते हैं। इसके अलावा कई खाद्य पदार्थों जैसे दूध, मशरूम,पनीर और मछली में भरपूर विटामिन डी पाया जाता है।
विटामिन डी हड्डियों, मांसपेशियों और दांतों के लिए बेहद जरूरी है। गुजरे ज़माने की बात करें तो
विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए लोग अपने बच्चों की धूप में मालिश करते थे, खेतों में
काम करते थे और सूर्य नमस्कार करते हुए विटामिन डी की कमी को पूरा करते थे।
भारत के 70 से 90 फीसदी लोग विटमिन डी की कमी से जूझ रहे हैं। बॉडी के लिए उपयोगी विटामिन
डी की कमी को लोग नजरअंदाज किए हुए है। आइए जानते हैं पांच ऐसे लक्षण जिनसे पता चले की
आपकी बॉडी में विटामिन डी की कमी है।
बॉडी में विटामिन डी की कमी का सबसे बड़ा लक्षण है हर वक्त थकान रहना। हेल्दी डाइट और भरपूर
नींद के बाद थकान रहती हैं तो समझ जाइए आपकी बॉडी में विटामिन डी की कमी है। विटामिन डी
की कमी का पता आप ब्लड टेस्ट कराके भी लगा सकते हैं।
अगर आपको अक्सर पीठ में दर्द रहता है या फिर हड्डियों में दर्द रहता है तो समझ जाइए बॉडी में
विटमिन डी की कमी हो रही है। हड्डियों, मांसपेशियों और दांतों को मजबूत बनाए रखने के लिए
कैल्शियम जरूरी है, लेकिन कैल्शियम बॉडी में तब तक अब्जॉर्ब नहीं होगा जब तक शरीर में विटमिन
डी ना हो।
मामूली सी चोट भी रिकवर होने में ज्यादा वक्त लेती है तो समझ जाए कि बॉडी में विटामिन डी की
कमी है। विटामिन डी इंफेक्शन से लड़ने, शरीर में सूजन और जलन को रोकने में मदद करता है। बॉडी
में विटामिन डी की कमी से घाव जल्दी नहीं भरते।
हर वक्त तनाव और एंग्जाइटी महसूस करते हैं, बात-बात पर गुस्सा आता है तो हो सकता है कि
आपकी बॉडी में विटामिन डी की कमी हो सकती है।
हेयर फॉल सिर्फ डैंड्रफ या फिर केमिकल वाले प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करने से नहीं होता बल्कि शरीर में विटमिन डी की कमी से भी होता है। विटामिन डी वो न्यूट्रिएंट है जो हेयर फॉलिकल्स को बढ़ने में मदद करता है। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया जाए तो बहुत ज्यादा बाल गिरने लगते हैं।