Lawyer Murder Case Update: कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े वकील की हत्या से कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल, बार कॉउन्सिल ने किया ये ऐलान

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राम निवास शर्मा

शाहजहांपुर। कचहरी परिसर में सोमवार को वरिष्ठ एडवोकेट (Lawyer Murder Case Update) की गोली मार कर की गयी हत्या को लेकर उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर फिर से सवालों के घेरे में गयी। दिन-दहाड़े कोर्ट परिसर में हुई हत्या से प्रदेश भर के अधिवक्ताओं में आक्रोश फ़ैल गया। है।Lawyer Murder Case Update

हत्या से क्षुब्ध होकर बार काउन्सिल ने अधिवक्ताओं के सामूहिक हड़ताल का ऐलान कर दिया है। बता दें कि वकील भूपेन्द्र सिंह बीते सोमवार को कोर्ट परिसर स्थित तीसरी मंजिल पर रिकार्ड रुम में फाइल देखने गए थे। जहां किसी ने उनकों पीछे से सर में गोली मार दी। गोली मारने के बाद हत्यारा तंमचा वही फेंककर फरार हो गया। कोर्ट परिसर में दिन दहाड़े हत्या होने से प्रदेश भर में हड़कंप मच गया। (Lawyer Murder Case Update)Lawyer Murder Case Update- adv bhupendra singh

आपको बता दें कि बीते सोमवार को सदर बाजार के ईदगाह रोड पर मोहल्ला बीबीजई हद्दफ निवासी वकील भूपेंद्र सिंह (55) तीसरी मंजिल पर रिकार्ड रूम में फाइल देखने के लिए गए थे। दोपहर 12 बजे के करीब किसी ने उनके पीछे से सर में गोली मार दी। गोली लगते ही वकील भूपेंद्र फर्श पर गिर गए। खून अधिक निकलने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी 315 बोर का तमंचा घटना स्थल पर ही छोड़कर फरार हो गया। (Lawyer Murder Case Update)

मृतक वकील भूपेंद्र सिंह के ऊपर भी करीब 18 मुकदमे दर्ज है

वकील की हत्या की (Lawyer Murder Case Update) जानकारी मिलते ही भारी संख्या में वकील कोर्ट परिसर स्थित रिकार्ड रुम पहुंच गए। वहीँ पुलिस ने कचहरी के गेटों की नाकाबंदी कराकर चेकिंग शुरु कर दी। हालाँकि पुलिस को चेकिंग में कुछ हांथ नहीं लगा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार मृतक वकील भूपेंद्र सिंह के ऊपर भी करीब 18 मुकदमे दर्ज है। घटना के संबंध में भूपेंद्र सिंह के भाई योगेंद्र सिंह ने थाना कोतवाली के महमंद गढ़ी निवासी सुरेश कुमार गुप्ता व उनके दो बेटे गौरव गुप्ता व अंकित गुप्ता के विरुद्ध थाना सदर बाजार में हत्या का मामला दर्ज कराया है।

भूपेन्द्र सिंह दो साल पहले शुरु की थी वकालत

मृतक भूपेन्द्र सिंह मूल रुप से कलान तहसील क्षेत्र के ग्राम परौर के निवासी थे। वह शहर के बीबीजई हदफ मोहल्ले में रह रहे थे। भपेंद्र सिंह के भाई योगेंद्र सिंह ने बताया कि भूपेंद्र ने दो साल पहले ही वकालत शुरु की थी। इससे पहले वो शिक्षक थे, छात्रों को कोचिंग पढ़ाते थे। उन्होंने बताया कि उनके पिता पिता स्वतंत्रता संग्राग सेनानी थे। योगेंद्र सिंह ने बताया कि वह तीन भाई है। सबसे बड़े वह है उनसे छोटे भूपेंद्र सिंह थे और सबसे छोटे भाई का नाम डॉ. महेंद्र सिंह है। (Lawyer Murder Case Update)

कचहरी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल

कचहरी परिसर के अंदर जाने वाले सभी गेटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, सभी गेटो पर पुलिस तैनात है। अंदर जाने वालों की जांच की जाती है। कड़ी सुरक्षा में कचहरी परिसर में बदमाश तमंचा लेकर अंदर कैसे पहुंच गया। वकील की हत्या के बाद साथी वकीलों में काफी गुस्सा है। वकीलों का कहना है कि गेट पर लगे सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। (Lawyer Murder Case Update)

कोर्ट परसिर से वाकिफ था हत्यारा (Lawyer Murder Case Update)

वरिष्ठ वकील भूपेंद्र सिंह के हत्यारे को कोर्ट परिसर की पूरी जानकारी थी। आरोपी ने वकील की हत्या को प्लान के तहत ही अंजाम दिया होगा। उसने वकील को रिकार्ड रुम में पीछे से गोली मारी। घटना के समय वहा कोई मौजूद नहीं था। इस लिए हत्यारे कितने थे। यह कह पाना मुश्किल है वह घटना को अंजाम देने के बाद कहा चले गए किसी को कुछ पता नहीं है। (Lawyer Murder Case Update)

सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है पुलिस (Lawyer Murder Case Update)

जाने-माने वकील भूपेंद्र की हत्या के बाद आरोपी की पहचान के लिए पुलिस कचहरी परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया। खबर मुताबिक कोर्ट परिसर में वकील भूपेंद्र सिंह किसी काम से गए थे। वहां के स्टाफ ने बताया कि गोली चलने की आवाज सुनी, उसके बाद देखा कि वकील साहब खून से लथपथ फर्स पर पड़े थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमत्री मायावती ने शाहजहांपुर कोर्ट परिसर में वकील भूपेंद्र सिंह की हत्या पर ट्वीट कर घटना को दुखत बताते हुए सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि यूपी के जिला शाहजहाँपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहाँ की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है। अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे। (Lawyer Murder Case Update)

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