नई दिल्ली, 08 सितंबर,यूपीकेएनएन। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) के अनुसार देश में 14 राज्य (corona in union territories) और केन्द्रशासित प्रदेश ऐसे हैं जहां कोरोना (coronavirus) के एक्टिव मामले 5000 से कम हैं। इनमें लक्षद्वीप, दमण दीव और दादरानगर हवेली, अंडमान निकोबार, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, लद्दाख, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, गोवा, और पुदुचेरी शामिल हैं। वहीं, 28 राज्य व केन्द्रशासित प्रदेशो में कोरोना (coronavirus) से होने वाली मृत्युदर राष्ट्रीय औसत से कम है। राष्ट्रीय मृत्युदर 1.70 है।
मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश के पांच राज्यों में देश के 62 फीसदी एक्टिव मामले हैं जिनमें महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु शामिल हैं। बाकी 38.26 प्रतिशत अन्य राज्यों में है। उन्होंने कहा कि विश्व में हर दस लाख की आबादी में 115 मौतें हो रही हैं जबकि भारत में मृत्यु दर दुनिया के मुकाबले काफी कम है। भारत में प्रति दस लाख आबादी पर 53 मौतें हो रही हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि देश में कोरोना (coronavirus) के मामले बढ़ने का कारण देश भर में हो रही है टेस्टिंग है। उन्होंने कहा कि जांच का दायरा बढ़ने से मामले समय पर पकड़ में आने लगे हैं। इसके कारण एक्टिव मामलों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने के लिए आगे आना चाहिए ताकि लोगों का समय पर इलाज हो सके और वे दूसरों को संक्रमण फैलाने से बचे।
राज्यों से आ रही है शिकायत, लोग हो रहे हें लापरवाह
डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कुछ राज्यों से बातचीत में पता चला है कि लोग कोरोना (coronavirus) को लेकर लापरवाह होने लगे हैं। जिसके कारण नए मामले सामने आने लगे हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि समाजिक दूरी बनाए रखने के साथ साथ मास्क लगाने की अनिवार्यता को बनाए रखना चाहिए। हाथ की स्वच्छता का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। ऐसा देखा जा रहा है कि लोग अब बड़े सामाजिक समारोह में जाने लगे हैं, ऐसे समारोह से जाने से बचना चाहिए। कोरोना (coronavirus) सक्रिय और जानलेवा है, यह बात हमेशा ध्यान में रखने वाली है।