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लखनऊ। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और उनकी बेटी भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या सहित अन्य तीन के विरुद्ध लखनऊ के MP-MLA कोर्ट ने BW जारी किया है।

एसीजेएम तृतीय MP-MLA श्री अंबरीश कुमार श्रीवास्तव की कोर्ट ने लखनऊ निवासी पत्रकार दीपक कुमार स्वर्णकार और बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या प्रकरण में कई बार समन के बाद भी कोर्ट में हाजिर न होने से जमानती वारंट जारी किया है।

दिनांक 06 जनवरी 2024 के अलावा कोर्ट की ओर से दो अन्य तिथि 23 जनवरी 2024 और 05 फरवरी 2024 हाजिर होने के लिए दिया गया, जिस पर किसी भी आरोपी के न पेश होने पर एमपी-एमएलए कोर्ट के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंबरीश कुमार श्रीवास्तव ने स्वामी प्रसाद मौर्या, संघमित्रा मौर्या, नीरज तिवारी, सूर्य प्रकाश शुक्ला और रितिक सिंह के खिलाफ वारंट जारी करते हुए 20 फरवरी 2024 की अगली डेट किया है।

ये है पूरा मामला -

लखनऊ निवासी पेशे से पत्रकार और वादी दीपक कुमार स्वर्णकार द्वारा पूर्व में की गई अपील दाखिल, जिसे कोर्ट ने सुनवाई के बाद परिवाद के रूप में दर्ज किया था।

दरअसल ये पूरा मामला धोखाधड़ी, मारपीट और धमकाने का है -

लखनऊ निवासी दीपक कुमार स्वर्णकार ने संघमित्रा मौर्य, स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 6 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट और धमकाने का आरोप लगाते हुए परिवाद दाखिल किया था, जिसमें एमपी एमएलए कोर्ट ने नियत तिथि पर सारे आरोपियों को तलब किया था, जिस पर किसी ने भी कोर्ट के सामने पेश होने की जहमत नहीं उठाई।

दीपक कुमार स्वर्णकार ने साक्ष्य के साथ जो अर्जी दी थी, जिसमें बताया गया कि लोकसभा चुनाव के पूर्व 2019 में ही उनकी शादी संघमित्रा मौर्या से हुई थी। दीपक कुमार स्वर्णकार ने कोर्ट में दिए अपने अर्जी में यह भी बताया है कि संघमित्रा मौर्या ने चुनाव आयोग में जो हलफ़नामा दिया है उसमें खुद को उन्होंने अविवाहित दिखाया है ।

संघमित्रा मौर्या पर धोखाधड़ी का आरोप के बाद साक्ष्य के तौर पर दीपक कुमार स्वर्णकार ने अदालत को हलफ़नामें की प्रमाणित प्रति भी पेश किया है, जिनमें संघमित्रा मौर्या ने चुनाव के दौरान दिये जाने वाले शपथ पत्र में अपने आप को अविवाहित दिखाया था।

स्वामी प्रसाद मौर्या और उनके पूरे परिवार की जानकारी में दीपक और संघमित्रा लंबे समय तक लिव-इन में रहने के बाद शादी किए थे। बेटी के सांसद बनने के पहले पूर्व भाजपाई स्वामी प्रसाद मौर्या खुद इस रिश्ते को लेकर राजी थे लेकिन संघमित्रा मौर्या के सांसद बनने के बाद खुद संघमित्रा मौर्या और उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्या,  दीपक कुमार स्वर्णकार को निपटाने में लग गये और उन पर नीरज तिवारी सहित अन्य के माध्यम से कई बार जानलेवा हमला कराया। वादी की तरफ से उनके अधिवक्ता रोहित कुमार त्रिपाठी और राजेश कुमार तिवारी मौजूद रहे।

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