Up kiran,Digital Desk : अगर आप इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में निवेश कर बंपर कमाई का मौका तलाश रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए है। स्विस लग्जरी घड़ियों के रिटेल कारोबार से जुड़ी कंपनी लग्जरी टाइम (Luxury Time) का SME IPO इन दिनों छोटे निवेशकों के बीच धूम मचा रहा है। इस IPO को लेकर जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है, और आलम यह है कि खुलने के सिर्फ दो दिनों के भीतर ही यह 85.9 गुना सब्सक्राइब हो चुका है।
सबसे ज्यादा चर्चा इसके ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) को लेकर है। ग्रे मार्केट में कंपनी का शेयर ₹90 के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इसका सीधा मतलब है कि अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो यह शेयर लिस्टिंग पर निवेशकों का पैसा दोगुना (110% मुनाफा) कर सकता है।
क्यों मचा है इतना हल्ला?
इस IPO की चर्चा के पीछे लग्जरी सेगमेंट में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी और कंपनी के शानदार ग्रे मार्केट प्रीमियम का बड़ा हाथ है।
- GMP का मतलब: कंपनी के शेयर का इश्यू प्राइस ₹82 है। ₹90 का प्रीमियम यह संकेत दे रहा है कि यह शेयर तकरीबन ₹172 (82+90) पर लिस्ट हो सकता है।
- कब होगी लिस्टिंग: यह IPO 4 दिसंबर को खुला था और 8 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। शेयरों का अलॉटमेंट 9 दिसंबर को होने की संभावना है, जबकि BSE SME प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 11 दिसंबर को हो सकती है।
एक नजर IPO की डिटेल्स पर
| IPO साइज | ₹18.74 करोड़ |
| प्राइस बैंड | ₹78 से ₹82 प्रति शेयर |
| रिटेल निवेशकों के लिए लॉट साइज | 1,600 शेयर |
| न्यूनतम निवेश | ₹1,31,200 (1600 x 82 रुपये) |
पैसा कहां इस्तेमाल करेगी कंपनी?
IPO के जरिए जुटाए गए ₹15 करोड़ में से कंपनी ₹2.82 करोड़ 4 नए रिटेल स्टोर खोलने पर खर्च करेगी और ₹9 करोड़ वर्किंग कैपिटल के लिए इस्तेमाल होंगे। लेकिन, ₹3.18 करोड़ की बची हुई राशि का उपयोग कैसे किया जाएगा, इस बारे में कंपनी ने कोई साफ जानकारी नहीं दी है, जो एक चिंता का विषय है।
क्या है पॉजिटिव और क्या है नेगेटिव?
- सस्ता वैल्यूएशन: ₹82 के प्राइस पर कंपनी का P/E रेशियो सिर्फ 11.78 है, जबकि इसी इंडस्ट्री की बड़ी कंपनी Ethos का P/E तकरीबन 73.78 है। यानी, यह काफी सस्ता दिख रहा है।
- मुनाफे में कंपनी: कंपनी पिछले तीन साल से लगातार मुनाफा कमा रही है।
क्या है चिंता की बात?
- गिरता हुआ EPS: मुनाफे के बावजूद, कंपनी का अर्निंग पर शेयर (EPS) लगातार गिर रहा है। यह FY23 में ₹29.58 था, जो FY25 में घटकर सिर्फ ₹6.68 रह गया है, जो निवेशकों के लिए एक बड़ा रेड फ्लैग है
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