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Up kiran,Digital Desk : रविवार का दिन (23 नवंबर) भारतीय क्रिकेट के लिए एक सुनहरा पन्ना बनकर जुड़ गया है। श्रीलंका के पी सारा ओवल मैदान पर जो हुआ, उससे हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। भारत की दृष्टिबाधित महिला टीम (Blind Women’s Team India) ने नेपाल को बुरी तरह हराकर पहला टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया है।

यह जीत इसलिए भी बहुत खास है क्योंकि यह इस टूर्नामेंट का पहला ही सीजन था, और हमारी टीम ने बता दिया कि इस खेल की असली 'बॉस' कौन हैं।

मैच का हाल: नेपाल को सांस लेने का भी मौका नहीं दिया

फाइनल मैच की बात करें तो भारतीय टीम ने टॉस और मैच दोनों पर अपनी पकड़ बनाए रखी। भारत ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया और नेपाल के बल्लेबाजों को हाथ खोलने का मौका ही नहीं दिया। नेपाल की टीम 20 ओवर में 5 विकेट खोकर सिर्फ 114 रन बना सकी। भारतीय गेंदबाजों का खौफ ऐसा था कि पूरी पारी में नेपाल की तरफ से सिर्फ एक चौका ही लग पाया।

इसके बाद, जब भारत की बारी आई, तो उन्होंने कोई हड़बड़ी नहीं दिखाई। टीम ने बड़े आराम से महज 12 ओवरों में ही 3 विकेट के नुकसान पर 117 रन बनाकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। भारत की तरफ से फुला सरेन ने नाबाद 44 रनों की शानदार पारी खेली और टीम को जीत की दहलीज पार कराई।

बता दें कि इससे पहले सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को धूल चटाई थी।

कप्तान का वो बयान, जिसने सबका दिल जीत लिया

मैच जीतने के बाद भारतीय टीम की कप्तान दीपिका टीसी का आत्मविश्वास देखने लायक था। ट्रॉफी हाथ में लेते ही उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी टीम पर बहुत गर्व है।

दीपिका ने बड़े ही बेबाक अंदाज में कहा, "हमने बहुत मेहनत की है। हमारी टीम इतनी मजबूत है कि अब दूसरी टीमें हमारे साथ खेलने से भी डरने लगी हैं। इतना ही नहीं, हम तो पुरुषों की टीम के साथ मुकाबला करने के लिए भी तैयार हैं।" यह बयान बताता है कि शारीरिक चुनौतियों के बावजूद इनके हौसले आसमान छू रहे हैं।

पाकिस्तान की इस खिलाड़ी ने सबको चौंकाया

वैसे इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम भले ही नेपाल से हार गई हो, लेकिन उनकी खिलाड़ी मेहरीन अली ने गजब का रिकॉर्ड बनाया। बी3 कैटेगरी (आंशिक रूप से देख सकने वाले) की मेहरीन इस टूर्नामेंट की सबसे सफल बल्लेबाज रहीं। उन्होंने कुल 600 से ज्यादा रन बनाए। श्रीलंका के खिलाफ तो उन्होंने अकेले 78 गेंदों में 230 रन ठोक दिए थे। लेकिन, अंत में असली विजेता भारत की एकजुटता और टीम वर्क बना।