महराजगंज : महराजगंज में सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। इसके तहत गांव-गांव पोषण पंचायत का गठन किया जाएगा। पोषण पंचायत के जरिये कुपोषण पर वार किया जाएगा। गांवों में विविध गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। सभी गतिविधियां महिला और स्वास्थ्य, बच्चा एवं शिक्षा-पोषण, पढ़ाई, लैंगिक संवेदनशीलता, पेयजल संरक्षण एवं प्रबंधन तथा जनजातीय क्षेत्रों में महिलाओं एवं बच्चों के लिए परंपरागत खाद्य समूह का प्रोत्साहन थीम पर आयोजित की जाएंगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह में पोषण पंचायत का गठन कर उन्हें और क्रियाशील करके महिलाओं को सशक्त किया जाएगा। समुदाय के बच्चों, किशोरियों एवं अन्य महिलाओं को पोषित तथा स्वस्थ रखना है। गांव की एक महिला सदस्य की अध्यक्षता में पोषण पंचायत का गठन किया जाएगा।
पोषण पंचायत के सदस्य के रूप में 10-15 महिलाओं को नामित किया जाएगा। ये महिलाएं आईसीडीएस विभाग की लाभार्थी महिलाएं अथवा आंगनबाड़ी केन्द्र के लाभार्थियों की अभिभावक भी हो सकती हैं। यह भी आवश्यक है कि यह महिलाएं समुदाय के वंचित समूह से हों। यह पोषण पंचायत ग्राम सभा के अधीनस्थ समिति के रूप में काम करेगी। पोषण पंचायत की बैठक हर माह होगी।
पोषण पंचायत में निम्न बिन्दुओं पर होगी चर्चा
1.कम वजन के बच्चे, सैम, मैम व गंभीर अल्प वजन के बच्चों के पोषण स्तर में बदलाव पर।
2.अनुपूरक पुष्टाहार की गुणवत्ता और उसकी नियमित वितरण की निगरानी पर।
3.गर्भावस्था के दौरान कितनी महिलाओं की वजन जांच हुई ? कितनी कुपोषित मिली? कितनी गर्भवती को स्वास्थ्य, जांच और पोषण परामर्श प्राप्त हुआ।
4.गृह भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा द्वारा नवजात शिशुओं का साप्ताहिक वजन लिया जाएगा। कुपोषित बच्चों की संख्या व उसके कारणों, पोषण व्यवहार में कमी, सेवाओं की पहुंच तथा उपलब्धता पर भी चर्चा की जाएगी।
पोषण अभियान की मुख्य गतिविधियां
डीपीओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज, खाद्य एवं रसद और ग्राम्य विकास विभाग के सहयोग से पोषण माह में मुख्य गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। पोषण माह का शुभारंभ नियत तिथि पर जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा। पोषण अभियान के तहत जून, जुलाई तथा सितंबर माह में चिन्हित किए गए सैम अथवा अति गंभीर वजन वाले बच्चों को अन्य विभागों से समन्वय कराते हुए आवश्यक सेवाएं जैसे स्वास्थ्य जांच व संदर्भन, समुदाय आधारित देखभाल, राशन कार्ड और मनरेगा जॉब कार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। बच्चों के स्वास्थ्य जांच में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का भी सहयोग लिया जा सकता है। अंत में 25 से 30 सितंबर के मध्य वजन सप्ताह का आयोजन करते हुए 0-5 वर्ष के सभी बच्चों का वजन, ऊंचाई व लंबाई ली जाएगी।
पोषण माह के दौरान स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता भी स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य 5 वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, पोषण की महत्ता पर जागरूकता बढ़ाना तथा एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाना है।
राष्ट्रीय पोषण माह में आयोजित होंगे ये कार्यक्रम
डीपीओ ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह में स्कूलों में पोषण मेले, निबंध प्रतियोगिता, बच्चों के माध्यम से तिरंगे को बढ़ावा देने तथा इंद्रधनुष थाली बनवाने, पोषण वाटिका को बढ़ावा देने, पोषण रैली, जल संरक्षण गतिविधियां और रेसिपी प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा अन्नप्राशन दिवस, किशोरी दिवस, सुपोषण दिवस और गोदभराई दिवस आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
परतावल ब्लाॅक के ग्राम पंचायत बसहियां बुजुर्ग निवासी करीब 30 वर्षीया आरती देवी ने बताया कि मार्च 2022 में गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र पर उनकी गोदभराई हुई थी। पोषण पोटली और आयरन कैल्शियम की गोली मिली थी। गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार लेते रहने तथा समय-समय पर जांच कराने की सलाह भी मिली थी। उन्होंने पौष्टिक आहार व दवाओं का सेवन किया। जुलाई 2022 माह में एएनएम सेंटर पर उनक प्रसव हुआ। जच्चा-बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
जुलाई 2022 में जिले की स्थिति
1.जिले में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र-3164
2.छह माह से छह साल तक के कुल लाभार्थी-2.31लाख
3.गर्भवती व धात्री महिलाओं की संख्या-54933
4.कुपोषित बच्चों की संख्या-68,265
5.अति कुपोषित बच्चों की संख्या-10,597
6.मैम बच्चों की संख्या-14666
6.सैम बच्चों की संख्या-8884
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