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आज की एक खबर झारखंड के धनबाद की है जहाँ एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। यहाँ भूली के रहने वाले राजू वाल्मीकि जी के पुत्र आकाश का विवाह रांची के वाल्मीकि कॉलोनी के लाला राम लोहरा की पुत्री मुस्कान से तय हुआ।

तय कार्यक्रम के अनुसार बारात समय से पहुँच गई। शादी की रस्में शुरू हुई। दुल्हन मुस्कान के लिए पिता ने ₹1,51,000 का चेक और कुछ सामान आकाश को दिया तो आकाश ने यह सब लौटा दिया। मुस्कान के पिता को लगा कि शायद उनसे कोई ग़लती हो गई या फिर शायद दूल्हे आकाश या दूल्हे पक्ष को यह पैसे कम लगे और इसी कारण आकाश ने चेक और सामान लौटा दिया है। लेकिन फिर आकाश ने जो कहा उसने वहां खड़े हर व्यक्ति की आंखों को नम कर दिया।

आकाश ने मुस्कान के पिता से शगुन में सिर्फ ₹1 और एक नारियल लेकर रस्म पूरी कर देने को कहा। आकाश ने कहा कि वह बिना दहेज के शादी कर हमारे समाज को एक संदेश देना चाहता था। इस निर्णय में आकाश का आकाश के माता पिता ने भरपूर साथ दिया। आकाश ने सिर्फ ₹1 एक नारियल के साथ मुस्कान को अपना जीवनसाथी यानी की जीवन संगिनी बनाया है। आकाश के पिता राजू वाल्मीकि जी ने यह बताया कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है

 

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