
Patna। बिहार के भोजपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। एक विवाहित महिला को संतान नहीं होने के कारण ससुराल वालों के द्वारा चिता पर जिंदा जलाने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस को इसकी भनक लग गई और मौके पर पहुंचकर विवाहिता को जिंदा जलने से बचा लिया गया। पुलिस ने उक्त महिला को बेहोशी की हालात में चिता से बरामद किया है।
घटना संदेश थाना क्षेत्र के सोन बालू घाट स्थित सारीपुर श्मशान घाट की है। फिलहाल पीड़ित महिला का इलाज आरा के सदर अस्पताल में कराया जा रहा है।
महिला संदेश गांव निवासी रवीन्द्र ठाकुर की पत्नी लक्ष्मी देवी है। बताया जा रहा है कि बचरी गांव निवासी भगवान ठाकुर की 26 वर्षीय बेटी लक्ष्मी देवी की शादी करीब 12-13 वर्ष पहले बासुदेव ठाकुर के बेटे रवीन्द्र ठाकुर से हुई थी। शादी के बाद से ही लक्ष्मी के पति और ससुराल के लोगों द्वारा संतान नहीं होने के कारण अक्सर प्रताड़ित किया जा रहा था। साथ ही पति और ससुर द्वारा अक्सर शराब पीकर उसके साथ मारपीट भी की जाती थी।
लक्ष्मी ने कई बार इसकी शिकायत अपने मायके वालों से भी की। लक्ष्मी के मैयके वालों ने प्रताड़ना की बात को लेकर बेटी की ससुराल पक्ष के लोगों से कई बार सुलह समझौता की कोशिश भी की, लेकिन वे नहीं माने। कल (सोमवार को) देर शाम लक्ष्मी के पति और ससुराल वालों ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसे बेहोशी की हालत में जिंदा जलाने की कोशिश की।
पुलिस ने समय पर मौके पर पहुंचकर महिला को जिंदा जलने से बचा लिया। फिलहाल लक्ष्मी के पति समेत ससुराल के सभी लोग फरार बताए जा रहे हैं। इलाजरत पीड़ित महिला ने पूछताछ में बताया कि उसे संतान नहीं हो रहा है, इसको लेकर उसे प्रताड़ित किया जाता है। वह चिता पर कैसे पहुंची और उसे कौन ले गया, उसे कुछ भी पता नहीं है। वहीं, संदेश थाना पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि एक महिला को जिंदा जलाने की कोशिश की जा रही है।
फिलहाल इस मामले में महिला के मयकेवालों के लिखित आवेदन पर थाने में महिला के सास, ससुर और पति के खिलाफ जिंदा जलाने का केस दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।