

धर्म बदलने के लिए दबाव बना रहा था
एफआईआर में कई खामियां-मामा
पेपर के बाद भाई का इंतजार कर रही थी
स्टूडेंट निकिता तोमर सोमवार को अग्रवाल कॉलेज (बल्लभगढ़) में पेपर देने गई थी। सोमवार शाम 4 बजे घर लौटने के लिए वह भाई का इंतजार कर रही थी। तभी कार से तौसीफ अपने कुछ दोस्तों के साथ आ गया। तौसीफ ने निकिता को गाड़ी में खींचने की कोशिश की। विरोध करने पर कनपटी पर गोली मार दी।
फोटो सीसीटीवी से ली गई है। एकतरफा प्यार में दबाव बना रहा युवक दोस्तों के साथ अपहरण के इरादे से आया था। नाकाम रहा तो गोली मारकर फरार हो गया था।
रसूखदार परिवार का है तौसीफ
तौसीफ के दादा कबीर अहमद पूर्व विधायक हैं। चचेरा भाई आफताब आलम इस समय मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक हैं। आफताब के पिता खुर्शीद अहमद हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। तौसीफ का सगा चाचा जावेद अहमद इस बार सोहना विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुका है।
निकिता बनना चाहती थी सेना में लेफ्टिनेंट

आरोपी ने दो साल पहले किया था निकिता को अगवा
सीएम ने कहा- अपराध के बाद पुलिस पकड़ ले, यही उसका काम
- मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि अपराधी को पूरी सजा मिलेगी। बख्शा नहीं जाएगा। अपराध होने से पहले यह नहीं कहा जा सकता कि आगे क्या होने वाला है। अपराध होने के बाद कितना जल्दी पुलिस उसे पकड़ ले, यही पुलिस का काम होता है।
- हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट भी किया कि एसीपी के नेतृत्व में SIT बना दी गई है ताकि जल्द जांच हो सके और परिवार को इंसाफ मिल सके।
- बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा ने कहा कि आरोपी चाहे कोई भी हो, किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। निकिता हमारी बेटी थी और बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए मैं और पूरा प्रशासन परिवार के साथ खड़ा है।
आरोपी ने कबूला गुनाह
इसी बीच आरोपी तौसीफ ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने कहा कि मैंने उसे मार डाला क्योंकि वह किसी और से शादी करने वाली थी। तौसीफ ने यह भी कबूला कि 24 और 25 तारीख की मध्य रात में दोनों की लंबी बातचीत हुई। कॉल 1000 सेकंड से अधिक समय तक चली। तौसीफ का कहना है कि मैं अपनी मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर पाया क्योंकि मुझे गिरफ्तार कर लिया गया था।
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