
इन दिनों नवरात्रि का पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है। बहुत से लोग नवरात्रि का व्रत रख कर माता रानी का पूजन अर्चन कर रहे हैं। हिन्दू धर्म शास्त्र के अनुसार नवरात्रि का समापन कन्या पूजन के साथ होता है। कई लोग नवमी को कन्या पूजन करते तो कई लोग अष्टमी को। अगर आप भी कन्या पूजन करते हैं तो कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
ऐसे करें कन्या पूजन
- सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें और उसके बाद ही कन्या पूजन के लिए खाना बनाएं।
- कन्या पूजन में पूरी, काले चने और हलवा का भोग लगाया जाता है, खाने में प्याज और लहसुन गलती से ना डालें।
- जो भोग आपके बनाया है, उसका भोग कन्या पूजन से पहले मां दुर्गा को जरूर लगाएं।
- नौ कन्याओं के साथ एक बालक को भी लांगुरा के रूप में जरूर बैठाए।
- कन्याओं को अच्छे से खाना खिलाकर उनका टीका करके दक्षिणा देनी चाहिए।
कन्या पूजन का मुहूर्त
अष्टमी कन्या पूजा : 13 अक्टूबर दिन बुधवार को पूजा के मुहूर्त : अमृत काल- 03:23 AM से 04:56 AM तक और ब्रह्म मुहूर्त– 04:48 AM से 05:36 AM तक है।
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