हिंदुस्तान संग मतभेद और चीन से वापसी के बाद मालदीव के प्रेसिडेंट मोहम्मद मुइज्जू का रुख निरंतर बदलता नजर आ रहा है। अपनी चीन यात्रा के दौरान मालदीव के प्रेसिडेंट ने चीन के साथ 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किये। इसी तरह अब मालदीव ने तुर्की से ड्रोन खरीदने का समझौता किया है। भारत से विवाद के बाद मालदीव अब रक्षा उपकरणों में निवेश करता नजर आ रहा है।
बताया जा रहा है कि इसी मकसद से सैन्य ड्रोन खरीदे जा रहे हैं। इसके लिए उसने तुर्की के साथ एक बड़ी डील की है। मालदीव सरकार ने इस डील के लिए करीब 259 करोड़ रुपये का बजट रखा है। पूरे मामले से जुड़े सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वित्त मंत्रालय ने अब बजट का एक हिस्सा एमएनडीएफ को भी दे दिया है।
ड्रोन खरीदने के बाद सेना का इरादा अपने क्षेत्र की 24 घंटे निगरानी करने का है। हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि मालदीव तुर्की से कितने ड्रोन खरीद रहा है। वहीं, एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि कम से कम तीन ड्रोन खरीदे जाएंगे। मालदीव सरकार ने सैन्य ड्रोन की खरीद के लिए तुर्की की एक कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के मुताबिक मालदीव को पूरी रकम इसी साल चुकानी होगी।
भारत के साथ विवाद और चीन से वापसी के बाद मालदीव के प्रेसिडेंट का रवैया निरंतर बदलता नजर आ रहा है। चीन से लौटने के बाद प्रेसिडेंट मुइज़ू ने संकेत दिया था कि वह मालदीव की सेना का विस्तार करने पर विचार कर रहे हैं। इससे पहले मालदीव के प्रेसिडेंट ने चीन के साथ 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किये थे।
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