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लखनऊ। उत्तर प्रदेश और बिहार समेत पूरा देश जन नायक कर्पूरी ठाकुर को याद कर रहा है। जन्म शताब्दी पर उन्हें भारत रत्न दिया जाना भी एक सुखद संयोग ही है। इस क्रम में राजधानी लखनऊ स्थित कर्पूरी ठाकुर पार्क में जयंती समारोह का आयोजन किया गया। समारोह  में जनता दल एस के प्रदेश अध्यक्ष ओंकार सिंह, मनोज शुक्ला, शैलेंद्र सिंह एडवोकेट, राजू सिंह पटेल, प्रदीप कनौजिया, संजीव मिश्र ने गोमती नगर स्थित पार्क में स्थापित जन नायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।

इसी तरह स्वतंत्रता सेनानी कर्पूरी ठाकुर की स्मृति में हजरतगंज स्थित इंडियन काफी हाउस में भी भारत जागृति अभियान के संयोजक योगेंद्र उपाध्याय की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस मौके पर बोलते हुए जनता दल कहा कि समाज में व्याप्त असमानता व अन्याय के खिलाफ अभियान तेज करने का संकल्प लेना ही जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर पचास, साठ और सत्तर के दशक में बिहार के समाजवादी आंदोलन की पैदाइश थे। वे इसी धारा के बड़े नेता बने और दो बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने के साथ सोशलिस्ट पार्टियों के सर्वोच्च पदों पर रहे।

पूर्व विधायक सुभाष लाल श्रीवास्तव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर सामाजिक न्याय के पुरोधा थे। अपने सादगीपूर्ण जीवन व शोषितों व वंचितों के प्रति किये गये कार्यों के कारण वह जननायक के नाम से विख्यात हुए।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि समाजवाद और सामाजिक न्याय कर्पूरी ठाकुर के लिए बुनियादी मूल्य थे। कर्पूरी ठाकुर की एक ख़ासियत थी कि उन्होंने कभी बुनियादी मूल्यों से समझौता नहीं किया।

कार्यक्रम में पीपुल्स यूनिटी फोरम के संयोजक एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी, सेनानी संगठन के अध्यक्ष राजेश पांडे, राजू सिंह पटेल, ओपी तिवारी, मनोरम मिश्रा, फारवर्ड ब्लाक के उदयनाथ सिंह, सतीश श्रीवास्तव, के डी पांडे, विष्णु मिश्रा और राजा कौशलेंद्र सिंह सहित दर्जनोलोगों ने अपने विचार व्यक्त किये। 
 

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