लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने पुलिसकर्मियों के लिए गाइडलाइन जारी की है। जिसमें उन्होंने सिख पुलिसकर्मियों को छोड़कर अन्य सभी पुलिसकर्मियों के लिए दाढ़ी रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि डीजीपी ने कहा कि धार्मिक आधार पर अस्थायी अवधि के लिए दाढ़ी रखने और लंबे बाल रखने की अनुमति अपने अफसरों से लेनी पड़ेगी जिसके बाद ही वह एसा कर सकेंगे।
डीजीपी ने जारी किए सर्कुलर में कहा है कि, स्टाइलिश दाढ़ी-बाल के लिए कोई अनुमति नहीं होगी। पुलिस कर्मी अपनी मूंछ इच्छानुसार रख सकते हैं। लेकिन मूंछें ट्रिम्ड होनी चाहिए और उनका रखरखाव अच्छा होना चाहिए। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि वे गलत वर्दी और दाढ़ी-बाल को लेकर टोकाटाकी जरूर करें, जिससे अनुशासन बना रहे।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सभी पुलिस अफसरों को पत्र लिखकर कहा है कि ऐसी सूचना मिल रही हैं कि कई पुलिस कर्मी ड्यूटी के समय पूरी वर्दी धारण नहीं कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी पुलिस कर्मी निर्धारित वर्दी ही पहनेंगे, वर्दी साफ सुथरी होनी चाहिए। वर्दी के पैटर्न शू के अलावा कोई जूता, चप्पल या सैंडिल नहीं पहनेंगे। उन्होंने पुलिस कर्मियों को गलत वर्दी, टोपी, नेम प्लेट, कमीज का बटन खुला रखने और निर्धारित जूता-मोजा नहीं पहनने की प्रथा को खत्म करने के लिए कहा है। डीजीपी के इस सर्कुलर को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर तर्क-वितर्क किए जा रहे थे।