ईरान द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के दो शिविरों पर मिसाइल हमले किए जाने के बाद भारत ने ताजा बयान में कहा कि वो सेल्फ डिफेंस में देशों द्वारा की गई कार्रवाई को समझता है।
विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने नई दिल्ली में कहा, "ये ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है।" “जहां तक भारत का सवाल है, आतंकवाद के प्रति हमारा रुख बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने का है। हम उन कार्रवाइयों को समझते हैं जो देश अपनी आत्मरक्षा में करते हैं।''
आपको बता दें कि भारतीय सेना ने कश्मीर के उरी में अपने ब्रिगेड मुख्यालय पर हमले के मद्देनजर 29 सितंबर, 2016 को पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा पर आतंकवादी ठिकानों पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की थी। पड़ोसी देश में स्थित जैश-ए-मोहम्मद समूह के हमलों में अर्धसैनिक बलों के जवानों की हत्या के जवाब में भारतीय वायु सेना ने भी 26 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में आतंकवादी शिविरों पर बमबारी की थी।
जयशंकर ने सोमवार को तेहरान में अपने समकक्ष हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से मुलाकात की। उन्होंने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से भी मुलाकात की।
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