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Up kiran,Digital Desk : झारखंड बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है क्या? घर के अंदर ही जब नेताओं में खींचतान हो और चुनावी नतीजे भी उम्मीद के मुताबिक न आएं, तो 'परिवार के मुखिया' को आना ही पड़ता है। कुछ ऐसा ही होने जा रहा है 5 दिसंबर को, जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा देवघर की धरती पर उतरेंगे।

यह कोई आम दौरा नहीं है। इसे बीजेपी की एक 'सुपर क्लास' समझिए, जिसमें नड्डा अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं का रिपोर्ट कार्ड चेक करेंगे और आगे की रणनीति का पाठ पढ़ाएंगे।

बैठक का एजेंडा क्या है?

1. गुटबाजी पर लगेगी लगाम?: सबसे बड़ा मुद्दा है झारखंड बीजेपी के अंदर चल रही आपसी खींचतान और गुटबाजी। खबरें हैं कि बैठक का सबसे बड़ा एजेंडा इसी 'घर की कलह' को खत्म करना और सबको एकजुट होकर काम करने का संदेश देना होगा।

2. हार का हिसाब-किताब: हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन भी उनके रडार पर होगा। 2019 में जहाँ बीजेपी ने 25 सीटें जीती थीं, वहीं इस बार यह आंकड़ा 21 पर आकर रुक गया। यह चार सीटें क्यों घटीं? बूथ पर कहाँ कमजोरी रह गई? नेताओं के बीच तालमेल क्यों नहीं बना? इन सभी कड़वे सवालों के जवाब तलाशे जाएंगे।

3. नज़र बंगाल पर, तैयारी झारखंड में: इस बैठक में सिर्फ झारखंड की ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले चुनाव की भी बिसात बिछाई जाएगी। बीजेपी बंगाल में अपने लिए एक बड़ा मौका देख रही है, और इसके लिए झारखंड के कुछ मजबूत नेताओं को बंगाल में बड़ी जिम्मेदारियाँ सौंपी जा सकती हैं।

देवघर में तैयारी ज़ोरों पर

जेपी नड्डा के आने की खबर से देवघर में बीजेपी संगठन पूरी तरह से एक्टिव हो गया है। कार्यक्रम की तैयारियों का जिम्मा प्रदेश मंत्री बालमुकुंद सहाय को दिया गया है। अपना दौरा शुरू करने से पहले नड्डा बाबा बैद्यनाथ धाम में माथा टेकेंगे और पूजा अर्चना करेंगे।

रांची के विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह का कहना है कि नड्डा जी का यह दौरा पार्टी में एक नई जान फूंकेगा और कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ायेगा। अब देखना यह है कि क्या इस 'सुपर क्लास' के बाद झारखंड बीजेपी की तस्वीर बदलती है या नहीं।