img

इंडिया को पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के विरूद्ध चौंकाने वाली हार का सामना करना पड़ा। टेस्ट की शुरुआत से ही भारतीय टीम मैच पर हावी रही। पहले दो दिनों में भारतीय टीम के आसानी से मैच जीतने की उम्मीद थी। मगर तीसरे दिन इंग्लैंड के ओली पोप ने 196 रन बनाए, जबकि चौथे दिन आखिरी पारी में इंग्लैंड के हार्टले ने 7 विकेट लेकर भारत की बैटिंग को तहस-नहस कर दिया। इसलिए भारतीय टीम को हारना पड़ा। भारत की हार के बाद शुबमन गिल और श्रेयस अय्यर की जमकर आलोचना हो रही है। लगातार फेल हो रहे शुभमन गिल को टीम से बाहर करने की मांग भी सोशल मीडिया पर जोर पकड़ रही है। हो सकता है कि टीम मैनेजमेंट इस पर फैसला भी लेना चाहता हो, मगर फिलहाल शुभमन गिल की किस्मत इस कदर उनके पक्ष में है कि शायद रोहित-द्रविड़ उन्हें टीम से बाहर नहीं कर पाएंगे। इसके पीछे एक खास वजह है।

गिल की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए गिल को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने की मांग जायज लगती है। हालांकि, यह लगभग तय है कि वह 2 फरवरी से विशाखापत्तनम में होने वाले दूसरे टेस्ट में खेलेंगे। कहा जा सकता है कि यह गिल की किस्मत है कि पहले टेस्ट में असफलता और कप्तान रोहित और कोच राहुल द्रविड़ की इच्छा के बावजूद उन्हें बाहर नहीं किया जा सकता। इसकी सबसे बड़ी वजह हैं केएल राहुल।

हैदराबाद में नंबर 4 पर बैटिंग करने वाले राहुल ने मैच के बाद कमर में चोट का हवाला दिया और दूसरे टेस्ट से हट गए। बीसीसीआई ने राहुल की जगह सरफराज खान को टीम में शामिल किया है। इसके अलावा रजत पाटीदार और ध्रुव जुरैल भी टीम में हैं। इन तीनों में से एक का खेलना तय है, मगर यहीं समस्या है, जिससे गिल का खेलना लगभग तय है। इन तीनों को अभी एक भी टेस्ट खेलना बाकी है। राहुल, जड़ेजा और विराट टीम से बाहर हैं। ऐसे में रोहित-द्रविड़ की तिकड़ी को डेब्यू का मौका देकर मध्यक्रम में खेलने का जोखिम नहीं उठाया जा सकता। हालांकि गिल आउट ऑफ फॉर्म हैं, मगर उनके पास काफी अनुभव है और यह उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। तो ऐसे में उन्हें एक और मौका मिलना लगभग तय है।

--Advertisement--