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चीन के साथ युद्ध के खतरे को भांपते हुए ताइवान के लोग पूरी लगन से खुद को तैयार कर रहे हैं। मिसाइल प्रक्षेपण का अनुकरण करने से लेकर "जख्मी" व्यक्तियों की सहायता करने तक, वे युद्ध की चुनौतियों के लिए तत्परता में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
ये तैयारी ताइवान के प्रति चीन के बढ़ते आक्रामक रुख से उपजी है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने शुक्रवार को एक उत्तेजक अभ्यास किया, जिसमें "सत्ता जब्त करने" की अपनी क्षमता का परीक्षण किया गया। इसने दावा किया कि ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते की टिप्पणियों के जवाब में उसके सैनिकों ने स्व-शासित द्वीप के आसपास बड़े पैमाने पर अभ्यास शुरू कर दिया है।
चीन की आक्रमकता के सामने ताइवान के लोग युद्ध की तैयारी तेज कर रहे हैं। नागरिक सुरक्षा अभ्यास से लेकर सैन्य तैयारी बढ़ाने तक, उनके समाज के हर पहलू को मजबूत किया जा रहा है। यह सक्रिय रुख अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और जबरदस्ती के किसी भी प्रयास का विरोध करने के ताइवान के संकल्प को दर्शाता है। जैसे-जैसे क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है, ताइवान मजबूती से खड़ा है और आगे आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
बता दें कि ताइवान की जनता नकली खून और नकली अंगों के माध्यम से खुद को तैयार कर रहे हैं। इसी साल जनवरी के आखिर में नागरिक सुरक्षा समूह, अन्य समूह ने भी इसी प्रकार की एक ड्रिल कराई थी।