
भारत में कोविड आपदा की दूसरी वेव कमजोर पड़ चुकी है। तो वहीं अब देश पर इसकी तीसरी लहर का खतरा का मंडरा रहा है। लेकिन हम लोग इसको लेकर जरा सी भी सावधानी नहीं बरत रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, भारत में 20 हजार मरीजों की एक रिसर्च में ये पता चला है कि दूसरी लहर में बहुत सारे मरीजों को सेकेंडरी इंफेक्शन हुआ, कुछ को बैक्टीरियल इनफेक्शन तो कुछ को फंगल इनफेक्शन ने घेरा।
रिपोर्ट के तहत सेकेंड वेव में मरने वालों की तादाद पहली लहर के मुकाबले 40 गुना अधिक रही। अगर आप ये सोचते हैं कि हार्ट पेशेंट को कोरोना से सबसे ज्यादा भय है तो ये रिपोर्ट आपकी राय बदल सकती है। बता दें कि कोरोना की चपेट में सबसे अधिक वो लोग आए जो डायबिटीज के मरीज थे।
आपको बता दें कि कोविड आपदा से उबरने के बाद लोगों को कौन-कौन सी बीमारियों ने घेरा है। उसकी लिस्ट रोज लंबी होती जा रही है। बहुत से लोग दिल के रोगी हो गए, क्योंकि कोरोना वायरस में खून जमने की समस्या होती है।
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