नई दिल्ली। केन्द्र सरकार द्वारा शुरु की गई स्वनिधि योजना को लेकर कल पीएम मोदी मध्य प्रदेश के रेहड़ी-पटरी वालों से बात करेंगे। स्वनिधि योजना की शुरुआत कोरोना काल में रेहड़ी-पटरी वालों की मदद के लिए की गई थी।
सूत्रों के मुताबिक कल यानी बुधवार को पीएम मोदी मध्य प्रदेश के रेहड़ी-पटरी वालों के साथ स्वनिधि संवाद करेंगे। बता दें कि मोदी सरकार ने कोरोना काल में प्रभावित रेहड़ी-पटरी वालों के फिर से रोजगार दिलाने के लिए 1 जून को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना शुरू की है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस योजना के तहत 4.50 लाख योग्य रेहड़ी-पटरी वालों का रजिस्ट्रेशन किया गया है।
आइए जानते हैं क्या है पीएम स्वनिधि योजना।
आपको बता दें कि सरकार ने स्वनिधि योजना की शुरुआत देश में ग्रामीण और शहरी सड़कों के किनारे फल, सब्जियां बेचने और रेहड़ी पर छोटी-मोटी दुकान लगाने वालों के लिए है। इसके तहत सरकार द्वारा 10000 रुपये का लोन दिया जाता है। ये लोग साल भर में किस्तों में लौटाया जा सकता है। इस लोन को समय पर चुकाने वाले स्ट्रीट वेंडर्स को 7 फीसदी ब्याज सब्सिडी के तौर पर उनके अकाउंट में सरकार की ओर से ट्रांसफर किया जाएगा। देश के जो इच्छुक लाभार्थी इस योजना का लाभ उठाना चाहते है तो उन्हें इस योजना के तहत आवेदन करना होगा। स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में वेंडर, हॉकर, ठेले वाले, रेहड़ी वाले, ठेली फलवाले आदि सहित 50 लाख से अधिक लोगों को योजना से लाभ प्रदान किया जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से लोगो को बचाने के लिए मोदी सरकार ने पूरे देश में 25 मार्च से 31 मई तक का डॉकडाउन किया था। इसी वजह से देश के रेहड़ी-पटरी वाले और ठेले पर सामान बेचने वाले अपना जीवन यापन करने के लिए काम नहीं कर पाए। इसकी वजह से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उनकी परेशानी को देखते हुए ही सरकार ने इस योजना की शुरुआत 1 जून को की थी। इसका मकसद रेहड़ी पटरी वालों को अपना काम दोबारा से शुरू करने के लिए लोन मुहैया कराना है।