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political news: महाराष्ट्र के मत्स्य पालन और बंदरगाह मंत्री नितेश राणे, जो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता हैं, उनके एक विवादास्पद बयान ने हंगामा खड़ा कर दिया है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का नया अर्थ बताकर कहा, “ईवीएम का मतलब है हर वोट मुल्ला के खिलाफ।” उनकी इस टिप्पणी पर जमकर और हर तरफ आलोचना हो रही है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने कहा है कि नितेश को इस तरह की बेतुकी बात करने की आदत हो गई है।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रवक्ता वारिस पठान ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, “नीतेश राणे को इस तरह की बयानबाजी करने की आदत हो गई है। अब जब वह मंत्री हैं, तो उन्हें अपने बयान पर ध्यान देना चाहिए। सरकार ने उन्हें मुसलमानों के खिलाफ अनाप शनाप कहने का इनाम दिया है। उन्हें इस तरह की बातों से बचना चाहिए।”

उन्होंने यह भी कहा, “नीतेश राणे के खिलाफ 20 से अधिक एफआईआर दर्ज हैं, तो सरकार अब तक कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? महाराष्ट्र के CM उनके समर्थन में हैं, इसलिए वह इस तरह की बातें कर रहे हैं।”

नीतेश राणे का यह पहला विवादास्पद बयान नहीं है। इससे पहले उन्होंने केरल को मिनी पाकिस्तान कहकर विवाद उत्पन्न किया था। हाल ही में, उन्होंने सांगली में आयोजित हिंदू गर्जना सभा में कहा, “हम ईवीएम के विधायक हैं, लेकिन ईवीएम का मतलब है, हर वोट मुल्ला के खिलाफ (every vote against Mulla)।”

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