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Punjab News: सर्दियों के मौसम से पहले हरियाणा और पंजाब समेत उत्तर भारतीय राज्यों में पराली जलाने का मुद्दा गरमा गया है, जिसके चलते पार्टी लाइन से अलग-अलग नेताओं के बीच एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। अब, पंजाब के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से "व्यावहारिक समाधान" की मांग की। उन्होंने किसानों के लिए मुआवज़ा भी मांगा, जो फसल खरीद का विकल्प हो सकता है।
मान ने कहा कि किसान धान की खेती भी नहीं करना चाहते हैं, मगर वैकल्पिक फसल पर एमएसपी उपलब्ध नहीं है, जिससे वे पराली जलाते हैं, जिससे अंततः वायु की गुणवत्ता खराब होती है।
इस मुद्दे पर बोलते हुए आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर वह यूक्रेन युद्ध रोक सकते हैं, तो क्या वह राज्य में धुआं नहीं रोक सकते?
मान ने कहा, "पराली जलाने का मुद्दा किसी एक राज्य तक सीमित नहीं है। यह पूरे उत्तर भारत का मुद्दा है। अगर पीएम मोदी यूक्रेन युद्ध को रोक सकते हैं, जैसा कि उन्होंने विज्ञापन में दिखाया है, तो क्या वे यहां धुआं नहीं रोक सकते? उन्हें सभी राज्यों को एक साथ बैठाना चाहिए, मुआवजा देना चाहिए और वैज्ञानिकों को बुलाना चाहिए। किसान पराली नहीं जलाना चाहते हैं। किसान धान की खेती भी नहीं करना चाहते हैं, मगर वैकल्पिक फसल पर एमएसपी नहीं मिल रहा है।"
पंजाब के सीएम ने आगे कहा, "जब धान का उत्पादन होता है, तो किसानों की तारीफ की जाती है, मगर पराली का क्या? फिर वे जुर्माना लगाना चाहते हैं... हमें नहीं पता कि पंजाब का धुआं दिल्ली तक पहुंचता है या नहीं, मगर धुआं सबसे पहले किसान और उसके गांव को नुकसान पहुंचाता है।"