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Punjab News: अकाल तख्त के जत्थेदार ने सोमवार को शिरोमणि अकाली दल के पूर्व प्रमुख सुखबीर सिंह बादल से जुड़े मामलों पर चर्चा करने के लिए पांच सिख पादरी की बैठक बुलाई। अकाल तख्त ने बादल को 'तनखैया' (धार्मिक दुराचार का दोषी) घोषित किया था और उन्हें सजा के रूप में एक घंटे तक बाथरूम साफ करने और लंगर में बर्तन धोने का आदेश दिया। इसके बाद उन्हें श्री दरबार साहिब के बाहर बैठने और गले में 'तनखैया' की तख्ती पहनने की सजा दी गई।

सुखबीर सिंह बादल ने 2007 से 2017 तक अकाली दल सरकार द्वारा की गई गलतियों के लिए माफी मांगी थी, जिसके बाद उन्हें 'तनखैया' घोषित किया गया था। इन गलतियों में 2015 की बेअदबी घटनाओं के दोषियों को सजा न देना और 2007 के ईशनिंदा मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को माफ करना शामिल था।

आदेश दिया गया कि शिरोमणि अकाली दल पार्टी से इस्तीफा देने वाले नेताओं के इस्तीफे अगले 3 दिनों में स्वीकार कर लिए जाएं। शिरोमणि अकाली दल से बगावत करने वाले नेताओं को फटकार लगाई गई। उन्हें शिरोमणि अकाली दल में ही रहने की सलाह दी गई।

 

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