महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे)के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में परप्रांतीय मजदूरों की वजह से कोविड-19 का प्रसार हो रहा है। लॉकडाउन के वक्त जो प्रवासी मजदूर राज्य से बाहर गए थे, उनकी वापसी पर कोविड-19 जांच की जानी चाहिए थी लेकिन सरकार ने उनकी कोरोना जांच नहीं की, इससे प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर आ गई है।
राज ठाकरे ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य सरकार को प्रवासी मजदूरों के लिए स्थाई उपाय करने चाहिए। गांव से लौटने वाले मजदूरों की वापसी पर कठोरता से कोविड-19 जांच करनी चाहिए। इसलिए केंद्र सरकार को भी इस बाबत विशेष उपाय करने चाहिए। राज ठाकरे ने कहा कि प्रदेश सरकार ने उत्पादन पर रोक नहीं लगाई है, जबकि बिक्री पर रोक लगाई है।
उत्पादित सामान की अगर बिक्री नहीं की गई तो इसके दूरगामी नतीजे होने वाले हैं। इसी प्रकार जिम, सैलून, क्रीडा, मनोरंजन, साप्ताहिक बाजार आदि पर रोक लगा दी गई है। प्रदेश सरकार को सप्ताह में कम से कम दो -तीन दिन इन सभी को छूट दी जानी चाहिए। राज ठाकरे ने कहा कि इस समय कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन कई अस्पताल मरीजों को बिस्तर नहीं दे रहे हैं। इन अस्पतालों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।