
भारत के आईटी रूल्स के तहत रिपोर्ट्स की माने तो कंपनी ने एक फरवरी से लेकर 29 फरवरी तक 76 लाख व्हाट्सएप अकाउंट्स को बैन किया है, जिसमें से अकाउंट्स एक्टिव थे। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इन अकाउंट्स को क्यों बैन किया गया है? क्या आप और हममें से जो लोग व्हाट्सएप चलाते हैं कि हमारे अकाउंट्स को भी बैन किया जा सकता है?
वैसे तो इंडिया में व्हाट्सएप के 500 मिलियन यूजर्स है। इतने बड़े अमाउंट में यूजर्स के अकाउंट को बैन किया गया है तो इसके पीछे की वजह क्या है? तो डीटेल में समझ लेते हैं कि इसके पीछे की क्या रीजन है। व्हाट्सएप हर कंट्री के लिए अपने कुछ टर्म्स एंड कंडीशन बनाता है।
अगर आप इन टर्म्स एंड सर्विसेज को फॉलो नहीं करते हैं या फिर ब्रेक करते हैं तो उन यूजर्स के विरूद्ध कंपनी कार्रवाई करती है। अगर आप व्हाट्सएप के राइट्स को फॉलो नहीं करते हैं तो बहुत सारे अकाउंट्स को बैन भी कर दिया जाता है। इसमें थर्ड पार्टी कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और जितनी भी पॉलिसीज हैं, कंपनी उन्हें ब्रेक करने के बाद ही व्हाट्सएप अकाउंट को बैन किया जाता है।
अगर आप किसी कंपनी का नाम यूज कर रहे हैं तो आपके अकाउंट के विरूद्ध कार्रवाई हो सकती है। आमतौर पर आप क्या करते हैं कि किसी नाम से अकाउंट बना लेते हैं और यूजर्स के साथ फ्रॉड करने के लिए उस अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं। तो जो यूजर्स इन अकाउंट्स के लिए रिपोर्ट करते हैं, उन्हें ब्लॉक कर देते हैं।
तो अगर ज्यादा अमाउंट में उस अकाउंट को रिपोर्ट किया गया है तो कंपनी उसके विरूद्ध एक बड़ी कार्रवाई लेती है। साथ ही इसमें एक पॉलिसी है लाइसेंस की। इस पॉलिसी के तहत मीडिया का कहना है कि अगर आप कोई जानकारी शेयर कर रहे हैं तो आपको काफी ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि एक गलती की वजह से आपका अकाउंट सस्पेंड हो सकता है।