भारत समेत दुनिया के कई देशों में एक बार फिर कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ने लगे हैं. कोविड-19 के मामलों में इस बढ़ोतरी के लिए कोरोना के नए वेरिएंट को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. इस वैरिएंट का नाम आर्कटुरस है। यह ओमिक्रॉन का उप-संस्करण है, जिसे XBB.1.16 स्ट्रेन के रूप में भी जाना जाता है।
वेरिएंट अब तक सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, यूके, यूएसए और भारत सहित 22 देशों में फैल चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) 22 मार्च से इस वैरिएंट की निगरानी कर रहा है। कितना खतरनाक है कोरोना का नया वैरिएंट और क्या हैं इसके लक्षण? आईये जानते हैं।
कोरोना वायरस के लिए WHO के टेक्निकल लीड डॉ. मारिया वान ने कहा, 'यह महीनों से फैल रहा है।' हमने व्यक्तियों या आबादी के बीच गंभीरता के स्तर में भिन्नता नहीं देखी। जानकार कह रहे हैं कि ये स्ट्रेन कोरोना के दो वेरिएंट से मिलकर बना है.
कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण बीते रूपों से बिल्कुल अलग हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, कोविड-19 के नए रूप की वजह से कंजंक्टिवाइटिस या आंखें लाल हो रही हैं, खासकर 12 साल से कम उम्र के बच्चों में।
बच्चों को तेज बुखार, खांसी, लाल आंखें, खुजली और आंखों से पानी आने की शिकायत हो सकती है। आर्कटुरस के लक्षण अन्य वायरस जैसे एडेनो वायरस के समान हो सकते हैं, जो भारत में गर्मी के मौसम में बहुत आम है।
विशेषज्ञों के अनुसार अन्य लक्षणों में सिरदर्द, गले में खराश, भरी हुई नाक, बुखार और मांसपेशियों में दर्द शामिल हो सकते हैं। यह रोगी के पाचन तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है और दस्त का कारण बन सकता है। कोरोना का नया वेरिएंट बहुत संक्रामक हो सकता है।
--Advertisement--