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हर देश के अपने रीति रिवाज और परंपराएं होती है लेकिन अफ्रीकी महाद्वीप की परंपराएं काफी अलग हैं। यहां की संस्कृति दुनिया के बाकी जगहों से बिल्कुल अलग है।अफ्रीका में मृत्यु और अंतिम संस्कार की रस्में महाद्वीप की सांस्कृतिक मान्यताओं, परंपराओं और धर्मों से जुड़ी हैं जिनका विधि विधान से पालन करना अनिवार्य है। वैसे तो समय के साथ दुनिया में कई चीजें बदली हैं लेकिन यहां अभी भी पुराने रस्मों रिवाज को काफी अहमियत दी जाती है।

मैकमिलन इनसाइक्लोपीडिया ऑफ डेथ एंड डाइंग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीका में मृत्यु अनुष्ठान ये सुनिश्चित करने के लिए किये जाते हैं ताकि मृतक की आत्मा को शांति मिले और वह पूर्वजों के बीच अपना स्थान प्राप्त कर सके। यहां के लोगों का मानना है कि सही तरीके से दफनाने पर मरे हुए व्यक्ति परिवार की रक्षा करते हैं। आज हम आपको बतातायेंगे यहां लाशों को दफनाने से पहले किये जाने वाले संस्कार के बारे में…

दफनाने से पहले के अनुष्ठान

  • अफ्रीका में किसी की मृत्यु होने पर सबसे पहले घर की दीवारों पर लगी तस्वीरों को ढक दिया जाता है। इसके अलावा घर के आईनों को कपड़ों से कवर कर दिया जाता है।
  • घर की सारी खिड़कियां भी बंद कर दी जाती है ताकि मृत व्यक्ति खुद को न देख सकें।
  • मृत व्यक्ति के बेडरूम से तुरंत बिस्तर हटा दिया जाता है।
  • शव को दफनाने के लिए घर से निकालना
  • इनसाइक्लोपीडिया ऑफ डेथ एंड डाइंग की रिपोर्ट में बताया गया है कि शव को मुर्दाघर या कब्रगाह तक ले जाने के लिए घर से निकालने के लिए ये रस्में मृतक को भ्रमित करने के लिए की जाती है। उनका माना कि ऐसा करने से व घर वापस नहीं आ सकेगा।
  • यहां शव को घर के दरवाजे की बजाय दीवार में एक छेद करके बाहर निकाला जाता है। इसके बाद छेद को सील कर दिया जाता है। ऐसा इस लिए किया जाता है ताकि मृतक की आत्मा वापस अंदर न आ सके।
  • घर से सबसे पहले डेड बॉडी के पैर बाहर निकले जाते हैं ताकि वह घर के स्थान से दूर हो।
  • शव को कब्रगाह तक ले जाने के लिए टेढ़ा रास्ता अपनाया जाता है ताकि वो घर वापस जाने की कोशिश न करें।
  • इस दौरान रास्ते में कांटे, शाखाएं, या अन्य बाधा पहुंचाने वाली चीजों को फेंका जाता है जिससे मृतक की आत्मा दोबारा से घर का रास्ता न खोज सके।

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