रिया चक्रवर्ती ने करवाई सुशांत की हत्या, पप्पू यादव ने कहा ये लोग भी हैं साजिश में शामिल

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पटना। सुशांत सिंह राजपूत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती पर सुशांत की हत्या का आरोप लगाते हुए जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने सोमवार को कहा कि रिया का संबंध अंडरवर्ल्ड से है। उसी ने सुशांत की हत्या करावाई है। इसमें उसका साथ फिल्म निदेशक और निर्माता महेश भट्ट, महाराष्ट्र के चार नेताओं और सुशांत के नौकरों ने दिया है।

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पप्पू यादव ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत को 45 दिन हो गए हैं। अभी तक नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी ने न ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की, न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी और न ही सुशांत के परिवार से मिले। अब जब चुनाव नजदीक आ गया है तो एनडीए के नेता सुशांत की मौत पर राजनीति कर रहे हैं। कोरोना और बाढ़ से ध्यान भटकाने के लिए पक्ष और विपक्ष सुशांत को लेकर राजनीति कर रहे है।

सीबीआई जांच की मांग करते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि मैं मौत के दिन से ही सीबीआई जांच की मांग कर रहा हूं। मैंने 15 दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस बारे में चिट्ठी लिखी थी और गृह मंत्री अनिल देशमुख से भी बात की थी, लेकिन फिर भी कुछ नहीं किया गया। इससे साफ रूप से जाहिर है कि महाराष्ट्र सरकार जांच नहीं करवाना चाहती। उद्धव ठाकरे हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले 45 दिनों में सबूतों को ख़त्म करने का प्रयास किया गया है। अब इस पूरे मामले की सीबीआई जांच के लिए मैंने उच्च न्यायालय में अपील दायर की है।

महाराष्ट्र पहुंचे आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुंबई नगर निगम द्वारा क्वारेंटाइन में भेजे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार पुलिस को अपमानित करवा रहे हैं। नीतीश कुमार खुद उद्धव ठाकरे से बात क्यों नहीं कर रहे हैं और उधर महाराष्ट्र में भाजपा के देवेन्द्र फड़नवीस सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। क्या भाजपा सुशांत की लाश पर महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार गिराना चाहती है।

बाढ़ का जिक्र करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि 56 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, लेकिन नेता जो पिछले चार महीने से बंगले में कैद हैं वो अभी भी बाहर नहीं निकलना चाहते। बिहार की जनता बाढ़ से परेशान है। सरकार किसी प्रकार से उनकी कोई सहायता नहीं कर रही हैं। पिछले तीस वर्षों में जितने भी सिंचाई और आपदा विभाग के मंत्री, अभियंता और ठेकेदार हुए उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए। सिंचाई और आपदा विभाग के मंत्री को इस्तीफ़ा देना चाहिए।

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