img

हमेशा देखा जाता है क्रिकेट में कुछ ना कुछ नए बदलाव होते रहते हैं। नियम बदलते रहते हैं। नियम इंप्लीमेंट करने के तरीके बदलते रहते हैं। कई बार तो सजा बदल जाती है। लेकिन इस बार एक बड़ा बदलाव हुआ।  

बदलाव यह है कि अब क्रिकेट में भी रेड कार्ड दिखाया जाएगा। जी हां, अभी तक आपने सुना होगा कि रेड कार्ड तो सिर्फ फुटबॉल में दिखाया जाता है। यानी फुटबॉल वाली सजा क्रिकेट में मिलेगी। खिलाड़ियों को मैदान से बाहर जाना पड़ेगा। अब ऐसा ही क्रिकेट में होगा।

दरअसल मामला यह है कि इस साल कैरेबियाई प्रीमियर लीग यानी सीपीएल की शुरुआत होने वाली है। 17 अगस्त से पहला मुकाबला खेला जाएगा। 31 अगस्त तक इस टूर्नामेंट का आयोजन होना है और इस बार वहां के जो डायरेक्टर हैं माइकल हॉल है। उन्होंने बताया कि इस बार हमारी जो टीमें हैं वह भारी गलतियां करती हैं और इस गलतियों से तो इंटरनेशनल टीमें भी परेशान हैं। गलती यह है कि हमेशा देखने को मिलता है कि जो टीमें होती वह स्लो ओवर रेट करती हैं। यानी जो टी ट्वेंटी का मैच फिक्स समय से बहुत आगे खिसक जाता है। इससे काफी ज्यादा समस्या दर्शकों को होती है और साथ साथ मैनेजमेंट को भी देखने को मिलती है। इससे निजात पाने के लिए इस बार सीपीएल में स्लो ओवर रेट पर रेड कार्ड दिखाया जाएगा।

अभी तक आपने जब स्लो ओवर रेट की सजा सुनी होगी तो कप्तान की मैच फीस का 50 परसेंट, 15 परसेंट इस तरह लगाया जाता है। फिर एक और बदलाव हुआ कि आपको एक फील्डर अंदर लाना होता है। पहले पाँच फील्डर रहते थे, अब एक फील्डर और अंदर ज्यादा। बाहर सिर्फ और सिर्फ चार फील्डर बसते हैं।

यानी चार फील्डर की जगह पांच फील्डर सर्कल के अंदर हो जाएंगे। बाहर एक फील्डर कम हो जाएगा। 19 ओवर में दो फील्डर अंदर आ जाएंगे। 20 ओवर में तो ऐसा होगा कि एक फील्डर को बाहर कर दिया जाएगा। यानी बल्लेबाजी वाली टीम को तो मजा आने वाले हर गेंद उठाकर मारो। कोई फील्डर है नहीं कैच करने के लिए।

--Advertisement--