
पाकिस्तान में हाल ही में सिखों की हत्या के बाद भारत ने बड़ा एक्शन लिया है। बताया जा रहा है कि नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया गया है। भारत ने इन घटनाओं पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
अभी हाल ही में हमने आपको एक खबर दिखाई थी जिसमें बताया था कि पाकिस्तान के पेशावर में 24 जून को बंदूकधारियों ने मनमोहन सिंह नाम के एक सिख व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी।
कुछ रिपोर्ट्स ने दावा किया था कि मनमोहन सिंह पेशावर के उपनगरीय इलाके रशीद गद्दी से शहर क्षेत्र की ओर जा रहे थे, तभी गुलदार चौक काक शाल के पास कुछ हथियारबंद लोगों ने उन पर हमला कर दिया था। पाकिस्तान में सिखों के विरूद्ध अप्रैल और जून 2 हज़ार 23 के बीच चार घटनाएं हुई हैं और भारत ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने मांग की है कि पाकिस्तानी अधिकारी सिख समुदाय पर हुए हिंसक हमलों की ईमानदारी से जांच करें और जांच रिपोर्ट शेयर करें।
यह भी बताया गया है कि पाकिस्तान को अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए जो लगातार धार्मिक उत्पीड़न के डर में रहते हैं। मनमोहन सिंह की हत्या के मामले में पेशावर पुलिस ने बताया है कि कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
पेशे से हकीम थे मनमोहन
मनमोहन सिंह पेशे से हकीम थे। पुलिस ने बताया कि हत्या में शामिल मुख्य आरोपी को अरेस्ट करने के करीब पहुंच चुके हैं। पिछले 48 घंटों में पेशावर में किसी सिख व्यक्ति पर हमले की यह दूसरी घटना थी। पाकिस्तान वैसे तो दूसरों के मामले में अपनी टांग घुसाने में बिल्कुल नहीं चूकता, मगर अपने ही देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर उसकी चूं तक नहीं निकलती। फिलहाल अब भारत एक्शन मोड में आ गया और अब पाकिस्तान को जवाब देना ही पड़ेगा।
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