वाराणसी॥ हाथरस की गैंगरेप पीड़िता बेटी को न्याय दिलाने और प्रदेश सरकार के दमन के विरोध में शुक्रवार को समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने मौन रख अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। कचहरी अंबेडकर चौराहे पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास लगभग दो घंटे के मौन प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने भजन भी गाया।
सभा के प्रदेश सचिव मनोज यादव गोलू और लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव संदीप मिश्रा ने बताया कि हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता भजन के माध्यम से सरकार का विरोध कर रहे है। बिटिया के अंतिम संस्कार के दौरान जो घृणित कार्य हुआ है उसका विरोध भी कार्यकर्ताओं ने किया। कार्यकर्ताओं ने गैंगरेप के दोषियों को फांसी देने की मांग की।
दोनों नेताओं ने कहा कि हाथरस के जिलाधिकारी पीड़ित परिवार को धमकाने का काम कर रहे है। हाथरस के पुलिस कप्तान जिन्होंने बिना परिवार की उपस्थिति में पीड़िता का अंतिम संस्कार किया करवा दिया। पार्टी की मांग है कि दोनों अफसरों के खिलाफ 302 और एससी एसटी के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। प्रदर्शन में विजय टाटा, अनीश राज, विशाल यादव, अनुराग यादव, अक्षय भूषण, सौरव यादव आदि शामिल रहे।
उधर, विश्वकर्मा समाज ने गांधी जयंती को जन अधिकार दमन व हिंसा विरोधी दिवस के रूप में मनाया। मैदागिन टाउनहाल में जुटे कार्यकर्ताओं ने बापू के मूर्ति पर माल्र्यापण के बाद कहा कि प्रदेश में पूरब से पश्चिम तक बेतहाशा हिंसा, अपराध, अत्याचार, बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। इसके विरोध में ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी का जीवन मानवतावादी सादगी पूर्ण रहा। उनका जीवन प्रत्येक कालखंड में सदैव प्रासंगिक रहेगा। भेदभाव असमानता अन्याय और दमन के खिलाफ उनका संघर्ष भारतीय लोकतंत्र और जन अधिकार को मार्गदर्शन एवं ऊर्जा प्रदान करता रहेगा। अन्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि योगीराज में जातीय आधार पर शोषण उत्पीड़न अत्याचार और दमन की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। हाथरस की घटना पर सरकार को घेरते हुए कार्यकर्ताओं ने वहां के अफसरों के रवैया की निंदा की।