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Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि विदेशों में भारतीय नागरिकों पर जब कोई संकट आता है, तो सरकार उनकी मदद कैसे करती है? कुछ ऐसा ही दुखद हादसा सऊदी अरब में हुआ है, जहाँ एक भीषण बस दुर्घटना में कई लोगों की जान चली गई. इस दुर्घटना पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गहरा दुख व्यक्त किया है और तुरंत भारतीय दूतावास (Indian Embassy) को पीड़ितों की हरसंभव मदद करने का निर्देश दिया है. यह खबर उन लोगों के लिए खास है जो अपने परिजनों की सलामती को लेकर चिंतित हैं और जानना चाहते हैं कि भारत सरकार ऐसे संकट के समय में क्या करती है.

हादसे पर जयशंकर का दुख और तुरंत मदद का आश्वासन

सऊदी अरब में हुई बस दुर्घटना की खबर मिलते ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. उन्होंने यह दुखद जानकारी साझा करते हुए पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति जताई. ट्विटर (अब एक्स) और अन्य माध्यमों से उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि सऊदी अरब में भारतीय दूतावास इस दुर्घटना में प्रभावित भारतीय नागरिकों की हर तरह से मदद कर रहा है. इसमें घायलों को इलाज दिलाने से लेकर, मृतक के शवों को वापस भेजने और उनके परिवारों को ज़रूरी जानकारी देने जैसे कार्य शामिल हैं.

जब विदेश में किसी भारतीय नागरिक को संकट आता है, तो उस देश का भारतीय दूतावास सबसे पहले सहायता के लिए आगे आता है. दूतावास वहां की स्थानीय सरकारों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम करता है ताकि पीड़ितों को हर ज़रूरी मदद मिल सके. यह दर्शाता है कि भारत सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए कितनी प्रतिबद्ध है, चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हों.

आगे क्या?

फिलहाल दूतावास यह पता लगाने में जुटा है कि दुर्घटना में कितने भारतीय नागरिक प्रभावित हुए हैं, उनकी पहचान क्या है और उन्हें किस तरह की मदद की ज़रूरत है. घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, और मृतक के शवों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस तरह की दुर्घटनाएं हमेशा दुखद होती हैं, लेकिन यह दिखाता है कि ऐसे समय में भी सरकार अपने नागरिकों के साथ खड़ी है.