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लखनऊ : हर वर्ष की भांति केशव नगर नागेश्वर मंदिर की ओर से जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर एक सप्ताह से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन अवसर पर आयोजित हवन व पूजन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया।
बता दें कि, इस दौरान भागवत महायज्ञ ज्ञान कथा के आयोजक पूर्व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट सी एल दीक्षित की अगुवाई में समस्त कार्यकर्ताओं ने भगवान श्री कृष्ण के भक्तों के बीच भंडारा का प्रसाद वितरण किया। विशाल भंडारे के कार्यक्रम के तत्वाधान में भक्तों ने जहां पूरे चाव से नागेश्वर मंदिर के महादेव धर्मशाला पर श्रीमद्भागवत कथा के समापन अवसर पर आयोजित हवन व पूजन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया।
भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई
बताते चलें कि, इस दौरान मथुरा से आये कथा व्यास अमित कृष्ण जी महाराज ने सात दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। परम पूज्य अमित कृष्ण जी महाराज ने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन। जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है।
दोपहर तक हवन और भंडारा
जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान का लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है। कथा समापन के दिन बुधवार को विधि विधान से पूजा करवाई। दोपहर तक हवन और भंडारा कराया गया। पूजन के बाद दोपहर को भंडारा लगाकर प्रसाद बांटा गया जो देर शाम तक चलता रहा।
हर साल की भांति इस साल भी कराए जा रहे भंडारे को लेकर भक्तों ने पूरे श्रद्धा भाव के साथ प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान काफी संख्या में बच्चों से लेकर महिलाओं और युवक-युवतियों की भीड़ भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने के लिए जुटी थी। दोपहर से शुरू हुए भंडारा वितरण का दौर देर रात तक जारी रहा।
इस शुभ अवसर पर आयोजक सीएल दीक्षित एडवोकेट, आयोजक केशव प्रसाद रस्तोगी, प्रबंधक ज्ञानेंद्र कुमार दीक्षित एडवोकेट (ज्ञानी), श्रीमती रश्मि दीक्षित (पूर्व प्रधान), श्रीमती बबीता दीक्षित (पूर्व पार्षद), निवेदक श्रीमती सुमन दीक्षित (पूर्व ब्लाक प्रमुख), आशुतोष दिक्षित (एडवोकेट), प्रबंधक – उत्कर्ष दीक्षित, विशाल दिक्षित रामानंद दीक्षित श्याम जी दीक्षित राम जी दीक्षित मनोज शुक्ला मनोज दीक्षित समेत अन्य भक्तगण ने अपनी अपनी अहम भूमिका निभाकर अपने दायित्वों का वहन किया।
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