31 दिसंबर 2023 साल का आखिरी दिन। उस रात जब राजस्थान के नागौर के पादूकलां थाना इलाके के रहने वाले दिलीप सिंह उनकी बीवी राजेश कंवर और बेटी प्रियंका घर पर इस आस से सोए थे कि सुबह जब उनकी आंख खुलेगी तो नए साल का नया सवेरा होगा। दो हज़ार 24 की नई उम्मीदों के साथ उनकी आंख खुलेगी, परन्तु 1 जनवरी 2 हज़ार 24 की सवेरे एक 20 साल का लड़का नागौर के पादूकलां थाने पहुंचता है। उसके हाथ में एक बिस्किट का पैकेट था और वह बड़ी बेफिक्री से मजे लेकर बिस्किट खा रहा था।
मामला जानकर पुलिसकर्मी भी रह गए दंग
लड़का सिपाही से बोला तेरा थाना इंचार्ज किधर है? मैंने मर्डर कर दिया है। सिपाही ये सुनकर दंग रह गया। लड़का अब भी बिस्किट खा रहा था। उसने बताया कि घर के आंगन में उसकी मां, बहन और बाप की लाश पड़ी हुई है। जाकर उठा लो। ये बात सुनकर सिपाही हैरान रह गया। आनन फानन पुलिस के आला अफसरों को खबर दी गई। लड़का थाने में सरेंडर था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसका नाम है मोहित।
पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, ग्रेजुएशन का छात्र मोहित 31 दिसंबर की सर्द रात अचानक कुल्हाड़ी लेकर घर आया और गहरी नींद में सो रही अपनी मां राजेश कंवर को कुल्हाड़ी से बेदर्दी से काट डाला। इसके बाद बगल में ही सो रही अपनी दिव्यांग बहन प्रियंका जिसे चलने फिरने में भी बहुत दिक्कत थी, उसका रुख किया और उसे भी संभलने का मौका नहीं दिया।
मोहित ने अपनी मजदूर बहन पर भी कुल्हाड़ी से ऐसा वार किया कि वह वहीं ढेर हो गई। इसके बाद वह उन दोनों की खून से लथपथ लाशों को खींचकर घर के आंगन में ले आया। इसी दौरान उसके पिता दिलीप सिंह की आंख खुल गई, जो दूसरे कमरे में सो रहे थे। पिता बाहर आए तो मोहित ने उन पर भी कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते कुल्हाड़ी के वार पर वार वह भी आंगन में गिर गए और दम तोड़ दिया।
घटना के बाद से मोहित के घर के आसपास रहने वाले और पड़ोसी अब सदमे में आ गए हैं। वो हमेश गेम खेलता रहता था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या हिंसक ऑनलाइन गेम या कंटेंट की लत ने उसे इस कदर हैवान बना दिया कि उसने घर वालों के साथ इतना बड़ा कांड कर दिया।
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