Up Kiran, Digital Desk: दोस्तों, आज की दुनिया में ऑनलाइन शिक्षा ने एक नया मोड़ ले लिया है, और इस बदलाव की कहानी में एक नाम ऐसा भी है, जिसने इसे सचमुच जन-जन तक पहुँचाया है - वो है Physics Wallah (फिजिक्स वाला), जो अब PWL के नाम से भी जाना जाता है. कभी यूट्यूब के एक छोटे से चैनल से शुरुआत करने वाले अलख पांडे का यह एड-टेक प्लेटफॉर्म अब इतना बड़ा हो चुका है कि हर कोई इसके शेयर बाजार (Stock Market) में आने यानी IPO (Initial Public Offering) को लेकर उत्साहित है.
आज, 18 नवंबर 2025 को भी हर तरफ फिजिक्स वाला की चर्चाएँ हो रही हैं कि कैसे इसके शेयर (PWL Stock) बाजार में उतर सकते हैं और इसका प्राइस क्या होगा. आइए, जानते हैं इस एड-टेक कंपनी के बारे में और IPO को लेकर क्या बातें चल रही हैं.
फिजिक्स वाला की कमाल की कहानी!
अलख पांडे और प्रतीक बूबा (Prateek Boob) द्वारा स्थापित फिजिक्स वाला ने देश के लाखों छात्रों के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education) उपलब्ध कराई है. खासकर JEE (जेईई) और NEET (नीट) जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इसने खुद को एक बड़ा नाम बना लिया है. जिस तरह से इसने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आकर शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाई है, वह सचमुच काबिले तारीफ है. इनकी सफलता ने पूरे एड-टेक सेक्टर को एक नई दिशा दी है.
तो क्या PWL आ रहा है शेयर बाजार में?
फिलहाल, फिजिक्स वाला का आईपीओ (Physics Wallah IPO) और उसकी शेयर बाजार लिस्टिंग (Physics Wallah Stock Listing) सिर्फ चर्चाओं में है. हालाँकि, अभी तक कंपनी ने कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन जिस तरह से कंपनी का विस्तार हो रहा है, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी अगर वह भविष्य में सार्वजनिक होकर निवेशकों के लिए अपने दरवाजे खोलती है. शेयर बाजार से पैसा जुटाने का मतलब है कंपनी का और तेज़ी से विकास करना.
अगर PWL का IPO आता है, तो कई चीजों पर सबकी निगाहें होंगी:
- संभावित शेयर प्राइस (PWL Share Price): कंपनी किस वैल्यूएशन (Valuation) पर अपने शेयर जारी करती है, यह देखना अहम होगा. आमतौर पर ऐसे मामलों में, कंपनी की वर्तमान वैल्यूएशन और भविष्य की ग्रोथ को देखकर प्राइस तय होता है.
- जीएमपी (Grey Market Premium - GMP): यह भी देखा जाएगा कि फिजिक्स वाला आईपीओ जीएमपी (Physics Wallah IPO GMP) ग्रे मार्केट में क्या संकेत देता है. जीएमपी एक तरह का अनौपचारिक प्रीमियम होता है जो दर्शाता है कि निवेशक IPO से पहले शेयरों के लिए क्या अतिरिक्त कीमत चुकाने को तैयार हैं. अगर GMP ज़्यादा होता है, तो लिस्टिंग पर अच्छी कमाई की उम्मीद बढ़ जाती है.
- बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) लिस्टिंग (PWL NSE BSE Listing): अगर IPO आता है, तो कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों पर लिस्ट हो सकते हैं, जिससे ज़्यादा से ज़्यादा निवेशक इसमें ट्रेड कर पाएँगे.
क्यों PWL का IPO बन सकता है खास?
- एड-टेक बूम: भारत में ऑनलाइन शिक्षा का बाज़ार लगातार बढ़ रहा है, खासकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में.
- मज़बूत ब्रांड: फिजिक्स वाला ने छात्रों के बीच एक भरोसेमंद ब्रांड इमेज (Brand Image) बनाई है.
- विकास की संभावनाएँ: कंपनी लगातार नए कोर्सेज और तकनीकों को अपनाकर अपनी पहुंच बढ़ा रही है.
अभी हमें कंपनी की आधिकारिक घोषणा का इंतजार है, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि अगर फिजिक्स वाला शेयर बाजार में आता है, तो यह निवेशकों के साथ-साथ एड-टेक सेक्टर के लिए भी एक बहुत बड़ी खबर होगी. हर कोई जानना चाहेगा कि क्या एक शिक्षक के सपने को लेकर शुरू हुई ये यात्रा शेयर बाजार में भी नया इतिहास रचेगी!
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