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इजराइल और हमास के मध्य युद्ध निरंतर बढ़ती जा रही है। 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजरायल की सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने खुलकर कहा है कि निःसंदेह ये जंग हमास ने शुरू की है, लेकिन इसे खत्म हम ही करेंगे।

साथ ही इजरायल निरंतर ये दावा कर रहा है कि हमास को खत्म करके उसके अधिकार क्षेत्र वाली गाजा पट्टी को पूरी तरह से कब्जे में ले लेगा। इसके लिए निरंतर इजरायल गाजा पट्टी के इलाके में हमले भी कर रहा है। तमाम लोग डिस्कशन टेबल से लेकर सोशल मीडिया तक इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि क्या इजरायल हमास को खत्म कर पाएगा या नहीं।

कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इजरायल की फौज के लिए काम इतना आसान भी नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण हमास की सीक्रेट आर्मी है, जिसे सालों से ट्रेनिंग देकर तैयार किया गया है या हमास की सीक्रेट सेना और उसका पूरा नेटवर्क सिर्फ गाजा पट्टी के आस पास तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इरान से लेकर उसके सहयोगी मुस्कों, अरब समूहों तक कई राष्ट्रों तक फैला हुआ है।

इसी सीक्रेट ट्रेनिंग का परिणाम था कि 7 अक्टूबर को इजरायल जैसे ताकतवर देश पर हमास ने खतरनाक हमला किया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तो हमास के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता अली बराका ने इस बात को स्वीकार भी किया है। उन्होंने कहा है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। हमास के इन लड़ाकों को काफी वक्त में गाजा में सेना को मजबूत करते हुए ईरान और लेबनान के हिज़्बुल्लाह जैसे छतरी संगठनों से धन और प्रशिक्षण दिलवाया गया है।

 

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