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Up Kiran, Digital Desk: आज भारत की शान, हम सबकी चहेती सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) अपना 50वां जन्मदिन मना रही हैं. उम्र का यह पड़ाव भले ही उनके लिए एक नया दशक लाए, लेकिन उनकी प्रेरणादायक कहानी और वो ख़ास लम्हा आज भी हर भारतीय के दिल में ताज़ा है, जिसने भारत को पहली बार मिस यूनिवर्स (Miss Universe) का ताज पहनाया था. 1994 का वो साल, जब सुष्मिता ने सिर्फ़ अपनी ख़ूबसूरती से नहीं, बल्कि अपनी अक्लमंदी और आत्मविश्वास से दुनिया का दिल जीत लिया था.

वो ऐतिहासिक लम्हा और वो जादूई जवाब

21 मई, 1994. ये तारीख भारतीय इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई. उस रात, जब फिलीपींस में सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स के मंच पर अंतिम प्रश्न का सामना कर रही थीं, किसी को अंदाज़ा नहीं था कि उनका एक जवाब उन्हें इतिहास में अमर कर देगा. उनसे पूछा गया था:

"एक महिला होने का असली अर्थ क्या है?"

और जो जवाब सुष्मिता सेन ने दिया, वो सिर्फ उनके होठों से निकले शब्द नहीं थे, वो करोड़ों भारतीय महिलाओं की भावनाओं का प्रतीक था:
"एक महिला होने का सार क्या है? यह एक ऐसा तोहफ़ा है जो भगवान ने हमें दिया है, जिसे हमें संजोना चाहिए. एक महिला हर चीज़ की शुरुआत होती है - एक माँ, एक बहन, एक दोस्त. हम अपनी भावनाओं और अपने विचारों के प्रति ईमानदार होते हैं. हमारा स्वभाव ऐसा है कि हम साझा करना और देखभाल करना पसंद करते हैं. मुझे लगता है कि यह बहुत ज़रूरी है कि एक महिला को जीवन में वो हर मौका मिले, जिसके वह काबिल है, और जो उसका सम्मान बढ़ाए."

सिर्फ़ जवाब नहीं, एक नई सोच!

इस जवाब ने जजों के साथ-साथ दुनिया भर के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. यह सिर्फ एक ब्यूटी क्वीन का जवाब नहीं था, बल्कि एक स्वतंत्र सोच वाली महिला का था जो नारीत्व, गरिमा और समान अवसरों की बात कर रही थी. यह वो पल था जिसने दिखाया कि सुंदरता केवल चेहरे या फिज़िक्स में नहीं होती, बल्कि वो दिमाग़ में, विचारों में और आत्मा में भी होती है. सुष्मिता सेन ने यह साबित कर दिया कि एक ब्यूटी क्वीन समाज की आवाज़ भी बन सकती है.

मिस यूनिवर्स बनने के बाद से, सुष्मिता ने न सिर्फ़ बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई, बल्कि एक सिंगल मदर के रूप में दो बेटियों को गोद लेकर उन्होंने कई महिलाओं के लिए मिसाल कायम की. उनकी आत्मविश्वास से भरी personalidad, साफ़गोई और जीने का मज़बूत अंदाज़ उन्हें आज भी उतना ही ख़ास बनाता है, जितना वो 1994 में थीं.

तो, 50वें जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएँ, सुष्मिता सेन! आप हमारे लिए हमेशा एक प्रेरणा बनी रहेंगी.