img

अनंतनाग में दहशतगर्दों के विरूद्ध सेना का बड़ा ऑपरेशन जारी है। मंगलवार 19 सितंबर को ऑपरेशन का सातवां दिन है। इस ऑपरेशन के तहत बुधवार को देश ने तीन जांबाज अफसरों को खो दिया था। अफसरों की मानें तो आतंकी घने जंगल में छिपे बैठे हैं। यह जंगल कई गुफाओं से भरा है, जिसकी निगरानी के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जा रहा है।

माना जा रहा है कि बुधवार से गोलीबारी में दो सेना अफसरों और एक पुलिस अधीक्षक की हत्या के बाद आतंकी यहीं छिपे हैं। सेना की जवाबी कार्रवाई में दहशतगर्दों के बचने की उम्मीद ना के बराबर है। सेना जल्द से जल्द पहाड़ियों में छिपे दहशतगर्दों का सफाया करने की पूरी कोशिश कर रही है।

सोमवार सवेरे ने एक आतंकी की जली हुई लाश भी बरामद की है। सूत्रों के हवाले से ये बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ की कोबरा कमांडो फोर्स को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात किया गया है।

CRPF की विशिष्ट कोबरा इकाई को पहली बार जम्मू कश्मीर में तैनात किया गया है, जिससे पता लगता है कि घाटी में चरमपंथी क्षेत्रों में नक्सल विरोधी अभियानों के समान सुरक्षा मिशन चलाए जा सकते हैं। सूत्रों की मानें तो कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूशन एक्शन इकाइयां जो पहले बिहार और झारखंड में तैनात थीं, अप्रैल में उन्हें प्रशिक्षण के लिए लाए जाने के बाद कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात किया गया था। हालांकि उन्हें अब तक कोई असाइनमेंट नहीं दिया गया था, लेकिन अब सूत्रों का कहना है कि वो तैनाती के लिए तैयार है।

--Advertisement--