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वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने पांच विकेट से जीत दर्ज की मगर इस मुकाबले में बहुत कुछ देखने को मिला। एक तो लो स्कोरिंग मुकाबला हुआ उसके बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी बैटिंग करने के लिए बहुत देर तक नहीं आए। अंत में रोहित शर्मा को तो आना पड़ा मगर विराट कोहली डगआउट में ही बैठे रहे और उसके बाद कई सारे सवाल उठे कि आखिरकार रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट ने ऐसा फैसला क्यों किया कि 115 रन जब चेज करने के लिए आपकी टीम उतरी तो आपने अपने सीनियर खिलाड़ियों को बैटिंग करने के लिए नहीं उतारा?

इसके पीछे की वजह जो है वह खुद रोहित शर्मा ने बता दी है कि उनके मन में क्या प्लान चल रहा था और टीम इंडिया का मैनेजमेंट क्या चाहता था। जिसके कारण वह खुद नंबर सात पर बैटिंग करने आए। जबकि विराट कोहली को बैटिंग करने का मौका ही नहीं मिला।

मैच जीतने के बाद रोहित शर्मा ने बताया कि आम वनडे के लिए आए खिलाड़ियों को खेलने का वक्त देना चाहते थे। जब भी संभव होगा हम इन चीजों को आजमाते रहेंगे। उन्हें 115 रन तक सीमित रखने के बाद हम जानते थे कि हम इन खिलाड़ियों को आजमा सकते हैं और उन्हें मौका दे सकते हैं।

यानि कि रोहित शर्मा का कहना यही है कि लो स्कोरिंग मैच था तो यह अच्छा मौका था जब एक्सपेरिमेंट्स किए जा सकते थे। सभी बल्लेबाजों को मौका दिया जा सकता मगर यहां पर पोल भी खुल गई क्योंकि यहां पर आपके पांच विकेट आउट हो चुके थे। मगर रवींद्र जडेजा और रोहित शर्मा ने मुकाबला जिता दिया। मगर अगर एक दो विकेट और गिर जाते तो शायद यह मुकाबला फस भी सकता था। वहीं सूर्यकुमार यादव को नंबर तीन पर भेजा, हार्दिक पांड्या को नंबर चार पर भेजा। दोनों ही बल्लेबाज कुछ खास कमाल नहीं कर पाए मगर सूर्यकुमार यादव को यहां पर रोहित शर्मा बचाते हुए दिखे।

सूर्यकुमार यादव के लिए जब उनसे पूछा गया तो रोहित ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्हें इस तरह के ज्यादा मौके मिलेंगे। यानी कि सूर्यकुमार यादव को जो मौके मिल गए हैं यह ज्यादा नहीं मिलने वाले तो जितनी जल्दी हो सके स्काई को प्रदर्शन करना पड़ेगा। वहीं रोहित शर्मा सातवें नंबर पर बैटिंग करने आए और विराट कुल तो डगआउट में मौजूद थे। विराट कोहली को तो बार बार कैमरा दिखा रहा था मगर रोहित शर्मा जब बैटिंग करने आए तो कुछ गेंदें उन्हें भी बहुत अच्छी पड़ी और वह भी आउट होते होते बच गए।

मगर रोहित शर्मा जब सातवें नंबर बैटिंग करने आए तो वह उनके लिए खास पल बन गया। क्योंकि अपने बैटिंग ऑर्डर को लेकर रोहित ने बताया कि मैंने भारत के लिए डेब्यू किया और सातवें नंबर पर ही बैटिंग कर रहा था। मुझे उन दिनों की याद आ गई। मैंने कभी नहीं सोचा था कि पिच इस तरह खेलेगी। टीम की जरूरत थी पहले गेंदबाजी की जाए। पिच में तेज गेंदबाजों के लिए स्पिनर्स के लिए सबकुछ था। हमारे खिलाड़ियों ने उस समय स्कोर को सीमित रखकर अच्छा प्रदर्शन किया। 

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