राजस्थान सियासी संकट में तनोट माता बनेगी संकट मोचन, बुधवार को विधायक सीएम के साथ जाएंगे…

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जोधपुर, 04 अगस्त । प्रदेश की राजनीति में सियासी संकट अभी बरकरार है। जब तक विधान सभा सत्र शुरू नहीं हो जाता है तब तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चिंता बरकरार है। विधान सभा सत्र 14 अगस्त से शुरू होना है। प्रदेश सरकार के मंत्री विधायक अभी जैसलमेर के सूर्यागढ़ होटल में बाड़ाबंद है।

वहीँ तीन बार मुख्यमंत्री जैसलमेर आ चुके है। इनके मंगलवार की शाम या फिर बुधवार सुबह फिर जैसलमेर आने की संभावना है। वे अब बाड़ाबंदी में विधायकों को जैसलमेर की प्रसिद्ध देवी मां तनोटराय मंदिर के दर्शन कराएंगे। इसकी पूरी रूपरेखा लगभग तय हो गई है। ज्यादातर मंत्री विधायक अब मंदिरों की शरण में पहुंच गए है।

सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीड़ी कल्ला ने जहां रूद्राभिषेक किया वहीं विधायक प्रमोद जैन भाया प्रसिद्ध जैन मंदिर जाकर आधे घंटे तक पूजा अर्चना की। जबकि बीडी कल्ला ने करीबन डेढ़ घंटे तक भोलेबाबा को मनाया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंगलवार की शाम या बुधवार सुबह तक फिर से जैसलमेर आने की संभावना है।

वहीँ वे बाड़ाबंदी के विधायकों को जैसलमेर की प्रसिद्ध देवी तनोटराय मंदिर में दर्शन के लिए लेकर जाएंगे। खुद मुख्यमंत्री भी मां के प्रति आस्था रखते आए है। वे विपक्ष में रहे सत्ता में हर वर्ष तनोटराय माता के दर्शन को आते रहे है।

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