पुडुचेरी। पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई है। स्पीकर ने इसका ऐलान किया। पुदुच्चेरी में कांग्रेस-डीएमके की सरकार थी। विश्वास मत परीक्षण पर वोटिंग से पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी सदन से वाकआउट कर गए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने एलान किया कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है।
उन्होंने उपराज्यपाल (LG) को इस्तीफा सौंप दिया है। विधानसभा के विशेष सत्र में उन्होंने कहा कि पूर्व LG किरण बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की। अगर हमारे विधायक हमारे साथ होते, तो सरकार पांच साल चलती।
नारायणसामी ने कहा, ‘हमने द्रमुक और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। इसके बाद हमने कई चुनाव देखे। सभी उपचुनावों में हमने जीत दर्ज की। एक बात साफ हो चुकी है कि पुडुचेरी के लोगों का हम पर भरोसा है।’
हाल ही में कांग्रेस के चार विधायकों के इस्तीफे के बाद सरकार पर संकट के बादल गहरा गए थे। इसके बाद उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने सरकार को बहुमत साबित करने को कहा था। फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले ही रविवार को कांग्रेस और गठबंधन में शामिल DMK के एक-एक विधायक ने और इस्तीफा दे दिया, इसके बाद नारायणसामी सरकार अल्पमत में आ गई।
1. ए. जॉन कुमार, कांग्रेस
2. ए. नमस्सिवम, कांग्रेस
3. मल्लादी कृष्णा राव, कांग्रेस
4. ई थेपयन्थन, कांग्रेस
5. के. लक्ष्मीनारायणन, कांग्रेस
6. के. वेंकटेशन, DMK
इनके अलावा कांग्रेस विधायक एन. धनवेलु को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। नमस्सिवम और थेपयन्थन भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि बाकी नेता भी जल्द ही भाजपा में जा सकते हैं।
कुल सीटें: 30+3* = 33
6 विधायकों के इस्तीफे और एक विधायक के अयोग्य घोषित होने के बाद सदन की स्थिति: 33-7= 26
बहुमत के लिए जरूरी थे: 14 कांग्रेस+ 12 (बहुमत से 2 कम)
विपक्ष: 14 (बहुमत के आंकड़े के बराबर)