देहरादून॥ सावन में निकलने वाली कांवड़ यात्रा पर कोरोना के खतरे को देखते हुए रोक लगा दी गई है, जिसके बाद हर साल कांवड़ निकालने वालों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। हालांकि उनका कहना है कि सबसे पहले जान है, अगर उनके हरिद्वार जाने से कोरोना बढ़ता है तो कांवड़ यात्रा नहीं निकालने पर ही सबकी भलाई है।
बता दें कि हर साल सावन के महीने में भोले के भक्त हरिद्वार और नीलकंठ जैसे धार्मिक स्थलों से जल लेकर आते हैं और मंदिरों पर पहुंचकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं, लेकिन इस बार पुलिस की ओर से कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है, जिसके बाद भोले के इन भक्तों की चिंताएं बढऩे लगी हैं। इन भक्तों में जहां एक तरफ निराशा है तो वहीं उन्हें ये भी खुशी है कि लोगों की सुरक्षा के लिए इस यात्रा पर रोक लगाई गई है।