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कोई भी व्यक्ति रातों-रात या अचानक से सफलता प्राप्त नहीं करता है, इसके लिए कड़ी मेहनत और लगन की आवश्यकता होती है। दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपनी मेहनत से बड़ी कामयाबी हासिल की है। ऐसी ही एक प्रेरक कहानी अब सामने आई है। कभी सड़क पर सब्जी बेचने वाला और कभी रिक्शा चलाने वाला शख्स करोड़ों की कंपनी का मालिक बन गया है. 'आर्या गो कैब सर्विस' के मालिक दिलकुश कुमार ने कड़ी मेहनत के बाद समाज में अपनी पहचान बनाई और कई लोगों को रोजगार भी दिलाया।

दिलकुश कुमार ने सबसे पहले कार चलाई। उनके पिता भी बिहार में एक बस ड्राइवर थे। उन्होंने पटना में कांस्टेबल की नौकरी के लिए इंटरव्यू दिया, मगर वहां रिजेक्ट हो गए। इसके बाद वह नौकरी के सिलसिले में दिल्ली पहुंचा। हालांकि, वे यहां भी नाकाम रहे। किसी कार मालिक ने उन्हें अपनी कार चलाने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद उन्होंने रिक्शा चलाने का एक अहम फैसला लिया।

पटाखों की दुकान में काम किया

रिक्शा चलाने के कुछ दिनों बाद दिलकुश की तबीयत बिगड़ गई। उसके परिवार ने उसे वापस बुला लिया। इसके बाद उन्होंने पटना में एक पटाखे की दुकान में काम किया और मारुति 800 चलाने की नौकरी भी की। दिलकुश के पिता को भी बहुत कम वेतन मिलता था। इसलिए उनकी शिक्षा बचपन से ही अच्छी नहीं हो सकी। उन्होंने 18 साल की उम्र में शादी कर ली।

करीब 500 लोगों को दिया रोजगार

दिलकुश ने 2016 में अपनी कंपनी आर्यगो की स्थापना की थी। इसके अलावा उन्होंने रोडबेज़ नाम से एक कैब कंपनी भी स्थापित की है। आज उनकी कंपनी के नेटवर्क में करीब 4000 कारें हैं। इसके जरिए वे करीब 500 लोगों को रोजगार दे रहे हैं। 29 साल के दिलखुश आज कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं। फिलहाल इनकी चर्चा जोरों पर है। 

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