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देवभूमि से एक मर्तबा फिर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां अनुसूचित जाति का नकली प्रमाण पत्र लगाकर एक नेपाली  शख्स के बेलगांव ग्राम पंचायत में सभासद बनने की खबर सामने आई है।

खबर के अनुसार, ग्राम प्रधान की शिकायत पर जब नायब तहसीलदार ने सार्टिफिकेट की जांच की तो वह फेक निकला। साथ ही बंदोबस्त की नकल भी जमा नहीं थी। वहीं अब तहसीलदार ने कॉस्ट सार्टिफिकेट को कैंसिल कर दिया है। इसी के साथ ही पंचायती राज विभाग ने एसडीएम सदर से उक्त व्यक्ति की सदस्यता कैंसिल करने को कहा है।

बता दें ब्लॉक कल्जीखाल के ग्राम पंचायत वीरगांव के तत्कालीन ग्राम प्रधान प्रमोद रावत ने अक्टूबर 2021 में तत्कालीन जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा था। जिसमें एक सभासद के नेपाली मूल होने की शिकायत की गई थी। एक्शन न होने पर अप्रैल 2013 में प्रधान ने फिर से डीएम से कार्रवाई की मांग की तो डीएम ने मामले की जांच नायब तहसीलदार को सौंप दी।

 

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