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UP News: कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां पोखरपुर क्षेत्र में एक मदरसे के भीतर एक बच्चे का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। ये घटना तब उजागर हुई जब मदरसे का ताला तोड़ा गया। जब जिम्मेदार लोग वहां पहुंचे, तो उन्होंने कंकाल देखकर चौंक गए। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह हत्या का मामला है या बच्चे की भूख और प्यास के कारण मौत हुई है।

जानकारी के अनुसार, बेकनगंज निवासी शब्बीर अहमद का जाजमऊ के पोखरपुर में एक दो मंजिला मकान है, जहां उनके दामाद परवेज अख्तर 2015 में मदरसा चलाते थे। उस समय यहां 70 से अधिक बच्चे पढ़ते थे। परवेज अख्तर नई सड़क पर रहते थे और इस मदरसे का नाम कदरिया उलूम था।

मदरसों को चार साल पहले कोविड के कारण बंद कर दिया गया था और दो साल पहले परवेज अख्तर की कैंसर से मौत हो गई। उनके बेटे एमजे ने बताया कि एक रिश्तेदार ने मदरसे का ताला टूटने की सूचना दी और जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें अंदर कंकाल मिला, जिसकी तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।

इस मामले में एक चौंकाने वाला तथ्य यह सामने आया है कि मदरसे के ब्लैक बोर्ड पर 20/05/2023 की तारीख लिखी हुई है, जिससे सवाल उठता है कि मदरसा बंद होने के बाद यहां कौन आता-जाता रहा। मदरसे में किचन के पीछे एक छोटा कमरा है, जहां बच्चे का कंकाल मिला है, और वहां खिड़की भी है। इसके अलावा, मदरसे में एक दरवाजा भी है जो खुली जगह की ओर जाता है।

पड़ोसी बताते हैं कि पास के जंगल के कारण मरे जानवरों की दुर्गंध अक्सर आती थी, इसलिए शव की दुर्गंध का पता नहीं चला। पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फॉरेंसिक टीम ने सबूत इकट्ठा कर लिए हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कंकाल लड़की का है या लड़के का, मगर पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ये स्पष्ट हो जाएगा। 

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