उत्तराखंड॥ पुराने समय में संजीवनी बूटी की खोज में जिस गाँव तक पवनपुत्र उड़कर पहुंचे थे, वहां जल्द ही आप सड़क के जरिए पहुंच पाएंगे। जनपद चमोली के पौराणिक द्रोणागिरी गाँव तक पहुंच आसान बनाने के लिए जल्द ही ढाई किलोमीटर रोड का निर्माण शुरू होने वाला है।
जानकारी के मुताबिक ये कार्य पूरा होने के पश्चात गाँव की सड़क से दूरी सिर्फ चार किलोमीटर रह जाएगी। पहले चरण में 6.6 KM की रोड बन चुकी है। लोक निर्माण विभाग का मिशन जल्द ही गाँव को रोड से जोड़ने का है।
आपको बता दें कि तिब्बत तथा चीन सरहद क्षेत्र का सबसे मशहूर गाँव द्रोणागिरी (dronagiri) टूरिज़्म के साथ धार्मिक लिहाज से भी अहम है। मान्यता है कि संजीवनी बूटी की खोज में पवनपुत्र इसी गाँव से पर्वत उठा कर ले गए थे। द्रोणागिरी गाँव पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां भोटिया जनजाति के पचास से ज्यादा परिवार रहते हैं।