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इस आईपीएल सीजन जिस चीज की उम्मीद थी कि आरसीबी शायद चेपॉक में 15 साल बाद जीत पाएगी, शायद ये सपना सच नहीं हो पाएगा। 22 मार्च को आरसीबी और चेन्नई के बीच पहला मुकाबला खेला गया। आरसीबी ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया। शुरुआत काफी धुआंधार थी मगर कप्तान साहब यानी कि फाफ डु प्लेसिस के आउट होने के बाद मानो विकटों का पतझड़ सा लग गया।

.रजत पाटीदार से उम्मीद थी कि इंग्लैंड सीरीज में अच्छा प्रदर्शन न करने के बाद शायद आईपीएल में वो निखरकर सामने आएंगे मगर मात्र शून्य रन बनाकर आउट हो जाते हैं तो ग्लेन मैक्सवेल से उम्मीद होती है कि शायद उनका बल्ला जमकर बोलेगा। मगर मुस्तफिजुर रहमान के आगे एक न चली और दोनों बल्लेबाजों को चलता किया। उम्मीद थी तो विराट कोहली से।

एक दमदार छक्का लगाते ही विराट ने फैंस के मन में यह आस जरूर लगा दी थी कि शायद मैच को वो आगे तक ले जाएंगे मगर मात्र 21 रन बनाकर वो पवेलियन लौट जाते हैं। दिनेश कार्तिक और अनुज की 95 रनों की पार्टनरशिप की वजह से आरसीबी ने 173 रन बनाए। जिसके जवाब में शिवम दुबे और जडेजा की शानदार बैटिंग की वजह से सीएसके ने यह मुकाबला अपने नाम कर लिया।

ऋतुराज गायकवाड़ जो चेन्नई के नए कप्तान हैं। मुकाबले के बाद जब उनसे सवाल किया गया कि पहली बार आईपीएल में कप्तानी का कोई दबाव रहा। इस पर गायकवाड़ ने कहा कि दबाव कैसा, जब साथ में एमएस धोनी हों, मुझे कभी यह महसूस ही नहीं हुआ कि मैं दबाव में हूं। 

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