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एक दिल दहला देने वाली वारदात उजागर हुई, जहां शादी के 19 साल बाद भी बच्चे नहीं होने वाले ढोंगी बाबा के कहने पर 7 साल की बच्ची की हत्या कर दी गई और उसका लीवर और अन्य अंग खा गए। इस घटना से देशभर में गुस्से की लहर दौड़ गई। आखिरकार इस हत्याकांड में 3 साल तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने पति-पत्नी समेत चार लोगों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है।

मामला यूपी के कानपुर का है। इसके बारे में विस्तृत जानकारी ये है कि परशुराम और सुनैना की शादी 19 साल पहले हुई थी। लेकिन शादी के इतने साल बाद भी उन्हें कोई बच्चा नहीं हुआ। इसलिए दोनों ने एक ढोंगी बाबा के पास जाने का फैसला किया। सदर ढोंगी बाबा ने उसे लड़की का कलेजा खाने की सलाह दी। दंपत्ति से कहा गया कि अगर तुम ऐसा करोगे तो तुम्हें संतान की प्राप्ति होगी। ढोंगी बाबा की अजीब सलाह को दिल पर लेते हुए, परशुराम और सुनैना ने अपने भतीजे अंकुल और उसके दोस्त वीरेन की मदद से 7 वर्षीय लड़की की हत्या कर दी और बाद में उसका लीवर और अन्य अंग खा गए।

पहले किया यौन शोषण फिर दिया घटना को अंजाम

परशुराम और सुनैना कानपुर के पास घाटमपुर में रहते थे। इस गांव के एक निवासी ने थाने में सूचना दी कि उसकी 7 साल की बेटी घर के बाहर खेलते समय अचानक गायब हो गई। जांच करते हुए पुलिस को अगले दिन लड़की गांव के बाहर एक खेत में मृत मिली। उसका लीवर और कुछ अन्य अंग निकाल दिए गए। पुलिस ने इस मामले में संदेह के आधार पर परशुराम और सुनैना के विरूद्ध मामला दर्ज किया। जांच के बाद यह साफ हो गया कि इस दंपत्ति ने अपने भतीजे की मदद से बच्चे की हत्या की है। हत्या से पहले अंकुल और वीरेन ने बच्ची का यौन शोषण भी किया था।

इस मामले में पुलिस ने घटना के 37वें दिन आरोपियों के विरूद्ध आरोप पत्र दाखिल किया था। चारों आरोपियों पर पिछले 3 साल से केस चल रहा था। आखिरकार सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने बुधवार को चारों को दोषी करार दिया और शनिवार को अपना फैसला सुनाते हुए उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई।
 

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